कैबिनेट की मंजूरी के बाद रेलवे की कवायदों को मिलेगी गति
राजीव गुप्ता, श्रावस्ती : वह दिन दूर नहीं जब श्रावस्ती के लोग भी रेल यात्रा का आनंद उठा सकेंगे। दरअस
राजीव गुप्ता, श्रावस्ती : वह दिन दूर नहीं जब श्रावस्ती के लोग भी रेल यात्रा का आनंद उठा सकेंगे। दरअसल संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद से मेंहदावल, बासी, बलरामपुर श्रावस्ती, बहराइच के लिए प्रस्तावित रेलवे लाइन को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद समूचे जिले में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
सनद रहे कि जिले में रेल लाइन बिछाने के लिए लंबे समय से आंदोलन चल रहे थे। जिसके बाद इस दिशा में काम शुरू हुआ। कैबिनेट की मंजूरी के बाद रेलवे की कवायदों को गति मिलेगी है। उन्होंने बताया कि करीब नौ माह पूर्व पूर्वोत्तर रेलवे ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर भिनगा और इकौना तहसील क्षेत्र के उन गावों के मानचित्र भी मांग लिए थे, जहां से रेल लाइन गुजरनी है।
सांसद दद्दन मिश्रा ने बताया कि इस बाबत मेरे द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे थे। इस रेल लाइन लाइन के बिछ जाने से श्रावस्ती समेत बहराइच, बलरामपुर, गोंडा और संतकबीर नगर के हजारों यात्रियों का सफर आसान होगा। लोग ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की भी सैर कर सकेंगे। जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी बनेंगे।
इन गावों के गुजरेगी रेल लाइन
श्रावस्ती जिले में रेल लाइन यहां की इकौना और भिनगा तहसील क्षेत्रों से गुजरेगी। यह रेल लाइन इकौना तहसील क्षेत्र के राजगढ़ गुलरिहा, हुसैनजोत, मनक, मलौना खशियारी, लक्ष्मणपुर गोड पुरवा, गिलौला, औरया टिकई, इसके अलावा भिनगा तहसील के बेनीडिहवा, रेहली विशुनपुर, भिनगा देहात, पूरे खैरी, टड़वा वनकटवा, गलकटवा, वर्गा-वर्गी, भगडा, सिसवा, पटना खरगौरा, हरिहरपुर रानी, रेवनिया, लखाही और तिलकपुर गावों से गुजरेगी।
दस स्टेशन व दो पुल भी बनेंगे
इस रेल लाइन पर श्रावस्ती जिले में कुल आठ स्टेशन बनाए जाएंगे। यह रेलवे स्टेशन धुसवा, बरदेहरा, हरिहरपुररानी, भिनगा, विशुनापुर रामनगर, मुजेहनिया, इकौना और श्रावस्ती होंगे। इसके अलावा इस रेल मार्ग के लिए राप्ती नदी पर दो पुल भी बनाए जाएंगे।
इन स्थलों के होंगे दर्शन
इस रेलवे लाइन के मार्ग में श्रावस्ती जिले में विभूतिनाथ मंदिर, सुहेल देव वन्य जीव अभ्यारण्य, सहट-महट, संभवनाथ की जन्मभूमि सहित विश्व के तमाम देशों के बौद्ध मंदिरों के दर्शन किए जा सकते हैं।