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राजा हीरा सिंह ने बसाया था गोपालासराय

भुवनेश्वर वर्मा, सोनवा(श्रावस्ती): जमुनहा ब्लॉक क्षेत्र के गोपालासराय गांव का अतीत जमुनहा के राजा

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 12:07 AM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 12:07 AM (IST)
राजा हीरा सिंह ने बसाया था गोपालासराय
राजा हीरा सिंह ने बसाया था गोपालासराय

भुवनेश्वर वर्मा, सोनवा(श्रावस्ती): जमुनहा ब्लॉक क्षेत्र के गोपालासराय गांव का अतीत जमुनहा के राजा हीरा सिंह से जुड़ा है। तकरीबन 200 वर्ष पूर्व राजा ने राहगीरों के ठहरने के लिए जगह-जगह सराय (यात्री विश्राम गृह) का निर्माण करवाया था। इस स्थान पर भी एक सराय बना। यहां आसपास क्षेत्र में गोपालन करने वालों की अधिकता थी। इसके चलते राजा ने भगवान श्रीकृष्ण की नगरी गोकुल के तर्ज पर इस स्थान का नाम गोपालासराय रख दिया। आज भी यहां के अधिकांश परिवार गोपालन से जुड़े हैं। प्राचीन श्रीराम-जानकी मंदिर क्षेत्र के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है।

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इन पर है नाज-

150 वर्ष पूर्व मंगल प्रसाद ने यहां एक ठाकुर द्वारा का निर्माण करवाया था। गांव के पूर्व प्रधान शिक्षक स्वर्गीय मनोहर लाल त्रिपाठी के अथक प्रयासों से वर्ष 1976 में यहां डाकघर की स्थापना हुई थी।

यह है खूबी

प्राचीन ठाकुर द्वारा राम-जानकी मंदिर में प्रत्येक वर्ष ग्रामीण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाते है। पुजारिन सावित्री देवी बताती हैं कि मंदिर में साल में एक बार विशाल भंडारा होता है। यह गांव क्षेत्र का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक माना जाता है।

आधारभूत ढाचा

गाव की आबादी लगभग 2287 है। इनमें लगभग 1500 मतदाता पंजीकृत हैं। असनी पूरब, असनी पश्चिम, नंदकार और गोपालासराय इस गाव के मजरे हैं। शिक्षा के लिए एक प्राथमिक और एक उच्च प्राथमिक विद्यालय है, गाव में आगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उप केंद्र व सिंचाई के लिए दो नलकूप भी हैं। उत्तर-पश्चिम छोर पर जमुनहा तालाब में विशेष आयोजन होते हैं। ये हो तो बने बात

-गाव में गंदगी का अंबार लगा रहता है। सफाई कर्मी कभी-कभार ही आता है।

-एक नलकूप हमेशा खराब रहता है। नालियों का अभाव होने से सिंचाई प्रभावित होती है।

-स्वास्थ्य उप केंद्र में सिर्फ टीकाकरण ही होता है। यहां स्टाफ की कमी है।

-यहां तक पहुंचने के लिए दो कच्चे रास्तों पर बरसात में आवागमन बंद हो जाता है।

-गाव के नजदीक सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोई पुलिस स्टेशन या चौकी नहीं है।

बोले जनप्रतिनिधि-

शासन से मिलने वाले बजट का प्रयोग गांव के विकास के लिए किया जाता है। गांव में नाली, खड़ंजा आदि नागरिक सुविधाओं को बेहतर रखने के प्रयास हैं। गांव को जोड़ने वाले दो कच्चे रास्तों को पक्का करने के लिए प्रस्ताव डीएम को दिया गया है।

-मुहम्मद शफीक खान, ग्राम प्रधान, गोपालासराय।

गांव के विकास को प्राथमिकता पर रख कर काम किया गया है। शासन की योजनाओं का लाभ पात्रजनों को दिया गया है। नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए अभी-काफी कुछ होना बाकी है। इसके लिए प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए।

-देवेंद्र गुप्ता, प्रतिनिधि पूर्व ग्राम प्रधान, गोपालासराय।


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