हिंदी हमारी मनोभावनाओं की भाषा
इकौना (श्रावस्ती) : ¨हदी दिवस के मौके पर स्व. श्यामता प्रसाद चौधरी महिला महाविद्यालय में 'हिंदी की द
इकौना (श्रावस्ती) : ¨हदी दिवस के मौके पर स्व. श्यामता प्रसाद चौधरी महिला महाविद्यालय में 'हिंदी की दशा और दिशा' विषयक संगोष्ठी और वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में छात्राओं ने दैनिक बोलचाल में हिंदी के प्रयोग व मातृभाषा के संवर्धन हेतु सतत प्रयत्नशील रहने का संकल्प लिया। प्रतियोगिता में जिसमें कॉलेज की 21 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता मे बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ऋतु चौधरी ने पहला पुरस्कार जीता। दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमश नीतू व राची सिंह रहीं। विजेताओं और अन्य सभी प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।
कवियत्री मनीषा तिवारी ने कहा कि हिंदी हमारी मनोभावनाओं की भाषा है। हिंदी दिवस मनाना गर्व की बात नही बल्कि हिंदी के प्रयोग पर गर्व होना चाहिए।
सेवानिवृत्त प्रवक्ता राम सागर द्विवेदी ने कहा कि भाषा को गतिशील होना चाहिए। दूसरी भाषाओं के प्रचलित शब्द न अपनाने के कारण हिंदी पिछड़ रही है।
पूर्व प्राचार्य सतेश्वर प्रसाद तिवारी ने कहा कि अंग्रेजी अथवा दूसरी अन्य भाषाओं को मातृभाषा से अधिक महत्व देना सभ्यता व संस्कृति के लिहाज से आत्मघाती है। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राजीव गुप्ता ने कहा कि हम अपनी सामान्य बातचीत में ¨हदी के शब्दों का अधिकाधिक प्रयोग कर इसे और समृद्ध बना
सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र जायसवाल ने किया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. डॉ. एसएन वर्मा ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर वेद प्रकाश द्विवेदी, सहित शिक्षक व छात्राएं मौजूद रहीं।
महामाया राजकीय महाविद्यालय में ¨हदी विभाग के सौजन्य से एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर अपने विचार भी व्यक्त किए।
इस अवसर पर एक निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें सुजीत कुमार वर्मा व त्रिभुवन को क्रमश: पहला और दूसरा स्थान मिला है। इसके अलावा शबनम खातून एवं स्तुति पांडेय को तीसरा पुरस्कार मिला। इस मौके पर आयोजित संगोष्ठी में कॉलेज के प्राचार्य प्रो. जयप्रकाश सिंह ने ¨हदी भाषा के महत्व व इसके विस्तार पर चर्चा करते हुए इसकी स्वीकार्यता को और बढ़ाने पर बल दिया। संगोष्ठी में डॉ. धर्मेद्र गुप्ता, डॉ. एसएन वर्मा, डॉ. दिलीप कुमार ने भी विचार व्यक्त किये। अंत में कार्यक्रम आयोजक व विभाग प्रभारी डॉ. आशुतोष मिश्र ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।