एमआर टीकाकरण में सूबे में 13वें स्थान पर श्रावस्ती
श्रावस्ती: स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में पिछड़े जिलों में शुमार श्रावस्ती में खसरा-रूबेला टीकाकरण के
श्रावस्ती: स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में पिछड़े जिलों में शुमार श्रावस्ती में खसरा-रूबेला टीकाकरण के मामले में अब तक का शानदार प्रदर्शन है। प्रदेश में टीकाकरण के मामले में यह जिला 13वें स्थान पर है। यहां लक्ष्य के सापेक्ष 45 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। प्रदर्शन की रफ्तार दुरुस्त रखने के लिए टीम जुटी हुई है।
मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत जिले में नौ माह से 15 वर्ष आयु वर्ग के बीच के चार लाख 27 हजार 239 बच्चों को चिह्नित किया गया था। एएनएम व आशा के नेतृत्व में टीमें गांव-गांव, स्कूल-स्कूल पहुंच कर बच्चों को टीका लगा रही हैं। इस अभियान में अभी तक टीका लगने से किसी तरह की परेशानी होने की शिकायत न आने से अभियान तेज रफ्तार से चलता रहा। अब तक एक लाख 91 हजार से अधिक बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. मुकेश मातनहेलिया ने बताया कि एमआर टीका बहुत महत्वपूर्ण है। इससे बच्चों को कई तरह की बीमारियों से बचाया जा सकता है। रूबेला से पीड़ित महिलाओं में गर्भपात का खतरा बना रहता है। ऐसे में लड़कियों को यह टीका लगने के बाद उम्र भर उनके लिए उपयोगी होगा। उन्होंने बताया कि अभियान शुरू करने से पहले टीमों को प्रशिक्षित किया गया है।
पहले से बीमार हो बच्चा तो टीम को बताएं
डॉ. मातनहेलिया ने बताया कि टीकाकरण से पहले यदि कोई बच्चा बीमार है तो टीम को इसकी जानकारी जरूर दें। गंभीर बीमारी अथवा बुखार की स्थिति में उसे टीका नहीं लगाया जाएगा। इलाज के बाद जब बच्चा स्वस्थ हो जाएगा तब उसे टीका लगेगा।