सेवा प्रदाता के 42 स्वास्थ्यर्किमयों पर लटकी सेवा समाप्ति की तलवार
संवादसूत्र, श्रावस्ती: संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा में सेवा प्रदाता के माध्यम से तैनात 42 र्किमयों
संवादसूत्र, श्रावस्ती: संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा में सेवा प्रदाता के माध्यम से तैनात 42 र्किमयों पर नौकरी जाने का संकट मंडराने लगा है। संस्था बदलने के बाद शुरू हुए चयन में पात्रता की शर्त योग्यता के बजाय पहुंच और रसूख के आधार पर निर्धारित किए जाने का आरोप है। पीड़ति कर्मी न्याय के लिए भटक रहे हैं।
संयुक्त जिला चिकित्सालय में वार्ड ब्याय, वार्ड आया, स्वीपर, माली, कहार, इलेक्ट्रीशियन कम जनरेटर ऑपरेटर, भिस्ती, धोबी, अर्दली/चपरासी व प्लंबर समेत 35 पद तथा ब्लड बैंक में सात पदों पर सेवा प्रदाता से कर्मी तैनात हैं। इनमें सर्वाधिक 13 पद अर्दली के हैं। सेवा प्रदाता संस्था से तैनात कर्मी बीते लगभग दो वर्षों से सेवाएं दे रहे थे। पांच माह से इनके वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। इसी बीच संस्था बदल दी गई। नई संस्था ने आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद नियुक्ति कर रही है। इसमें पहले से तैनात र्किमयों को नजरंदाज किया जा रहा है। अस्पताल से नई संस्था के पास पुराने कर्मचारियों में से कुछ का नाम भेजे गए हैं। र्किमयों की मानें तो बीते सेवाकाल में विवादित रहे लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है।
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सभी पुराने कर्मचारी अनुभवी व योग्य हैं। प्रयास है कि उन्हीं का नवीनीकरण हो। अस्पताल से कोई सूची नहीं दी गई है। संस्था के प्रतिनिधि मेरा फोन नहीं उठा रहे हैं। नियुक्ति में क्या चल रहा है, इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है।
-डॉ. यूसी तिवारी, सीएमएस, संयुक्त जिला चिकित्सालय, भिनगा।
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शासन से लगभग पांच माह पूर्व नई संस्था को काम दिया गया था। अनौपचारिक रूप से पहले से तैनात र्किमयों को रखने के लिए कहा गया था। नियुक्ति संस्था का अधिकार है। कुछ विवादित होने की शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी।
-दीपक मीणा, जिलाधिकारी, श्रावस्ती।