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यहा तड़के सजती है रेत की मंडी, लगती है बोली

भूपेंद्र पाडेय, श्रावस्ती: यह बात सुनने में अटपटी जरूर लगेगी पर है सोलह आने सच। जी हा! भिनगा नगर

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 11:13 PM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 11:13 PM (IST)
यहा तड़के सजती है रेत की मंडी, लगती है बोली
यहा तड़के सजती है रेत की मंडी, लगती है बोली

भूपेंद्र पाडेय, श्रावस्ती: यह बात सुनने में अटपटी जरूर लगेगी पर है सोलह आने सच। जी हा! भिनगा नगर के प्रमुख चौराहों पर तड़के ही रेत की मंडी सजती है। यहा मन पसंद बालू पाने के लिए बोली लगाई जाती है। पहाड़ी नालों से अवैध खनन कर साइकिल से लाए गए इस रेत की खुलेआम बिक्री होती है। दिखने में श्रमिक वर्ग के इस धंधे में खनन माफिया का चेहरा परदे के पीछे है।

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हिमालय की तलहटी में स्थित सिरसिया ब्लॉक में कई बड़े पहाड़ी नाले स्थित हैं। इनमें से भैंसाही, डगमरा, भौंवा आदि नाले की रेत मोटी होने के साथ इसमें मोरंग भी भारी मात्रा में पाया जाता है। यह सबसे उच्च कोटि की रेत मानी जाती है। यही कारण है कि मकान निर्माण के लिए ऊंची कीमत पर भी यहां की रेत प्राथमिकता के साथ खरीदने को लोग तैयार रहते हैं। खनन पर पूर्ण प्रतिबंध होने के बाद पहाड़ी नाले की सफेद रेत खनन माफियाओं की काली कमाई का प्रमुख जरिया बन गया है। श्रमिकों की मदद से अवैध खनन का खुला खेल खेला जा रहा है। रात में इन नालों में सैकड़ों की संख्या में साइकिल सवार श्रमिक पहुंचते हैं। बोरियों में भरकर साइकिल पर लाद जंगल के पक्के रास्ते से होते हुए रेत तड़के भिनगा नगर के दहाना तिराहा व नई बाजार आदि प्रमुख मंडियों में पहुंच जाती है। यहां खरीदार बोली लगाकर मनपसंद रेत खरीद लेते हैं। बमुश्किल दो घंटे तक लगने वाली इस मंडी में भीड़ तो खचाखच होती है पर जिम्मेदार आंखों को यह नजर नहीं आता है।

चोखा है आमदनी

-पहाड़ी नाले से साइकिल पर एक बार में 10 बोरी तक रेत ढोई जाती है। बाजार में 35 से 50 रुपये प्रति बोरी तक इसकी बिक्री होती है। मंडी में बिकने से बची रेत खनन माफिया खुद अपने गोदाम में रखवा लेते हैं। बाद में इसे ट्रालियों में भरकर ऊंची कीमत पर बेचा जाता है। इस धंधे में कुछ श्रमिक खुद से लगे हैं तो कुछ लोगों को भाड़े पर रखकर लगाया गया है।

बोले, पुलिस अधीक्षक

-पुलिस अधीक्षक विजय ढुल ने बताया कि नए आदेशों के तहत खनन के मामले में पुलिस सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। इसके लिए खनन निरीक्षक को जिम्मेदारी मिली है। अवैध खनन रोकने के लिए खनन निरीक्षक की मांग पर उन्हें फोर्स उपलब्ध कराया जाता है। फिलहाल उन्हें 24 घंटे सुरक्षाकर्मी दिए गए हैं। इस संबंध में जानकारी के लिए खनन निरीक्षक चंद्र प्रकाश जायसवाल के मोबाइल नंबर 8948662530 पर कई बार संपर्क किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं लगा।


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