अफसर व मातहत में जुगलबंदी, नियम ताक पर
श्रावस्ती: उद्योग धंधों को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित खादी ग्रामोद्योग विभाग में अफसर व मातहतों
श्रावस्ती: उद्योग धंधों को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित खादी ग्रामोद्योग विभाग में अफसर व मातहतों ने जुगलबंदी कर नियम कायदों को ताक पर रख दिया है। कर्मचारी बिना अनुमति दफ्तर से गायब रहते हैं और उनका वेतन भी निकल रहा है। विभागीय राजनीति में उद्यमी उलझकर रह गए हैं।
खादी ग्रामोद्योग विभाग में तैनात सहायक विकास अधिकारी राजेश कुमार ने फरवरी माह में 22 व 23 फरवरी को आकस्मिक अवकाश लिया। इसके साथ ही उन्होंने 21 फरवरी की शाम से मुख्यालय छोड़ने की अनुमति ली और चले गए। इसके बाद वे फरवरी माह के अंत तक कार्यालय नही आए। माह समाप्त होने के बाद उन्होने ड्यूटी ज्वाइन की तो 22 फरवरी के आकस्मिक अवकाश के कॉलम में भी हस्ताक्षर किया। 23 फरवरी को आकस्मिक अवकाश, 24 फरवरी को रविवार तथा 25, 26 व 27 फरवरी को भी आकस्मिक अवकाश दिखाया। 28 फरवरी के कॉलम में उन्होने हस्ताक्षर कर दिया। इसके बाद इनका वेतन भी निकाल दिया गया। प्रभारी जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी आरएस श्रीवास्तव ने बताया कि मेरे पास श्रावस्ती का अतिरिक्त प्रभार है। कार्यालय में कौन कब गायब रहता है इसके बारे में स्पष्ट जानकारी नही हो पाती है। उन्होने बताया कि यहां तैनात अमरभान सिंह आठ फरवरी को लखनऊ देखे गए हैं। इसके बाद भी उन्होने उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर किया था। इसे मैने क्रास कर दिया है। इसके अलावा भी तीन दिन बिना अनुमति के वे गायब थे। उन्होने बताया कि साक्ष्य मिलने पर जांच करवाकर संबंधित पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।