मौसम का बदला मिजाज, बारिश से साथ बढ़ी ठंड
खेत में पड़ी धान की फसल को नुकसान गेहूं की बोआई होगी प्रभावित
श्रावस्ती : रविवार की रात तराई में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। तेज हवा के साथ हुई बारिश से ठंड बढ़ गई। बेमौसम बारिश से धान की फसल को नुकसान हुआ है। गेहूं की बोआई करने की तैयारी कर रहे किसानों को अब इंतजार करना होगा।
रात में अचानक आसमान पर बादल घिर गए। तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश के चलते नगर में कई स्थानों पर जल भराव हो गया। बेमौसम बारिश ने किसानो की चिता बढ़ा दी है। खेतों में कटी पड़ी धान की फसल भीग गई। बारिश का पानी खेतो में भर जाने से गेहूं की बोआई पिछड़ने का डर भी किसानों को सता रहा है। हरिहरपुररानी ब्लॉक के पटना खरगौरा गांव निवासी किसानी रामदयाल ने बताया कि धान की कटाई के बाद खेत में नमी नहीं थी। इसके लिए सिचाई की थी। अब खेत गेहूं की बोआई के लिए पूरी तरह तैयार थे। अचानक हुई बारिश ने पूरा खेल बिगाड़ दिया है। किसान बाबूराम पांडेय ने बताया कि बेमौसम बारिश से खेती किसानी को नुकसान होगा। कृषि वैज्ञानिक डॉ. विनय कुमार ने बताया कि पर्यावरण के ²ष्टिकोण से बारिश काफी फायदेमंद है। पिछले दिनों तनी धुंध की चादर से राहत मिलेगी। गेहूं बोआई अभी पिछड़ी नहीं है। बारिश से खेतों की नमी दुरुस्त हो जाएगी। सरसो व गन्ने की फसल के लिए बारिश काफी फायदेमंद है। पालेसर के पट्टे में फंसकर वृद्ध की मौत
श्रावस्ती: शनिवार को धान कुटाने गए 80 वर्षीय रामफेरन के गले का गमछा पालेसर के पट्टे में फंस गया। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। परिवारजन ने बगल के गांव में स्थानीय डॉक्टरों से इलाज कराया। घायल बुजुर्ग की हालत में सुधार नही हुआ और उसकी रविवार सुबह मौत हो गई। पालेसर मालिक व मृतक के परिवारजनों के बीच सुलह-समझौता होने के बाद बिना पुलिस को सूचना दिए मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया।