..तो बिजली गुल होते ही गायब हो जाएगा बीएसएनएल का नेटवर्क
श्रावस्ती अब भारत संचार निगम लिमिटेड के उपभोक्ताओं को 24 घंटे मोबाइल व इंटरनेट सेवाएं मिल
श्रावस्ती: अब भारत संचार निगम लिमिटेड के उपभोक्ताओं को 24 घंटे मोबाइल व इंटरनेट सेवाएं मिल पाना मुश्किल होगा। वित्तीय संकट से जूझ रहे बीएसएनएल के जनरेटर तेल के बजट में भारी भरकम कटौती की गई है। ऐसे में टॉवर चलाने के लिए बिजली ही सहारा है। बिजली गुल होते ही नेटवर्क भी गायब हो जाएगा।
जिले में बीएसएनएल के 35 एक्सचेंज व बीटीएस हैं। इससे लगभग 20 हजार मोबाइल उपभोक्ता तथा 300 लैंड लाइन कनेक्शन हैं। सभी टॉवर बिजली से संचालित होते हैं। बिजली गुल होने पर जनरेटर के लिए प्रति माह तीन से चार लाख रुपये का बजट मिलता था। इसे घटा कर अब 30 से 40 हजार के बीच कर दिया गया है। ऐसे में अधिकांश टॉवर बिजली गुल होने पर बंद हो जाएंगे और संचार सेवाएं भी बाधित रहेंगी।
4जी क्षेत्र को राहत -
भिनगा, कटरा व खरगौरा मोड़ क्षेत्र में बीएसएनएल की 4जी सेवाएं शुरू होने से बीटीएस निकाल दिया गया है। यहां बिजली गुल पर आठ से दस घटे तक बैटरी का बैकअप मिलेगा। इन उपभोक्ताओं को राहत रहेगी।
कनेक्शन न होने से डेढ़ साल से बंद हैं टॉवर -
बीएसएनएल के लालबोझी टॉवर का एक लाख 66 हजार 115 रुपये बिजली बिल 22 सितंबर 2018 को, परसोहना टॉवर का बिजली बिल एक लाख 95 हजार 546 रुपये 26 सितंबर 2017 को जमा हो चुका है। श्रीनगरा टॉवर का बिजली कनेक्शन छह माह से खराब है। तीनों टॉवर को संचालित करने के लिए कई बार विभाग से पत्राचार हुआ है। बिजली विभाग की लापरवाही से इन क्षेत्रों में बीएसएनएल की सेवाएं ठप हैं। टॉवर किराया व रखरखाव में प्रतिमाह लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं।
बीएसएनएल के पास वित्तीय संकट होने के कारण पर्याप्त बजट नहीं मिल पा रहा है। जो धनराशि मिलती है। उससे व्यवस्था को दुरुस्त रखने के प्रयास किए जाते हैं। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। भिनगा टॉवर का चयन सोलर पैनल लगाने के लिए हुआ है। यह व्यवस्था होने के बाद यहां राहत हो जाएगी।
-शकील अहमद, प्रभारी एसडीओ, श्रावस्ती।