सदाचार का उल्लंघन करने वाले मानव की दुर्गति होती
इकौना (श्रावस्ती) : चतुर्थ बौद्ध सास्कृतिक महासभा उत्तर कोशल की राजधानी श्रावस्ती को हर क्षेत्र में
इकौना (श्रावस्ती) : चतुर्थ बौद्ध सास्कृतिक महासभा उत्तर कोशल की राजधानी श्रावस्ती को हर क्षेत्र में उसकी गरिमा के अनुकूल प्रतिष्ठित करने के संकल्प के साथ संपन्न हो गई। बौद्ध धर्मगुरुओं की मौजूदगी में तथागत की कर्मभूमि पर बौद्ध मतावलंबियों ने बुद्धत्व अपनाने व बुद्ध के संदेश जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
महासभा में अंतिम दिन धम्मसभा में बोलते हुए धर्मगुरु ड्रिगुंड क्याबगान छेछाडं रिनपोछे ने कहा कि राग द्वेष, जय पराजय की भावना से मुक्त मानव सदा सुखी रहता है। उन्होंने कहा कि सदाचार का उल्लंघन करने वाले मानव की दुर्गति उसके कर्म ही कर देते है। महासभा के सचिव व सिक्किम मुख्यमंत्री के सलाहकार केटी ग्याटसन ने श्रावस्ती को उसकी गरिमा के अनुरूप विकसित करने व उसका गौरव वापस लाने के लिए हर संभव प्रयत्न करने का संकल्प लिया। इसके पूर्व महासभा के समापन की पूर्व संध्या पर आयोजन समिति की ओर से डीएम दीपक मीणा व एसपी को सम्मानित किया गया। अंतिम सत्र में भूटान व नेपाल के लोक कलाकारों ने सास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
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डीएम व एसपी ने धर्मगुरू को भेंट किए अंगवस्त्र
कटरा : बौद्ध तपोस्थली श्रावस्ती में लामा समुदाय की तरफ से तथागत भगवान बुद्ध की चतुर्थ बौद्ध सास्कृतिक महासभा में शनिवार देर शाम को डीएम दीपक मीणा व एसपी आशीष श्रीवास्तव शामिल हुए। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को लामा धर्मगुरु ड्रिगुंड क्याबगांन छेछांडं. रिनपोछे ने अंग वस्त्र पहना कर स्वागत किया।