3200 खाता धारकों को तिमाही किस्तों में मिलेंगे छह करोड़
आधार और पैनकार्ड लेकर कोऑपरेटवि बैंक से करवाना होगा केवाईसी ब्याज के साथ वापस हो रहे रूपये
भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : को-ऑपरेटिव बैंक में जमा 3200 खाता धारकों के छह करोड़ रूपये ब्याज के साथ उन्हें वापस होंगे। इसके लिए खाता धारक को अपने आधार कार्ड व पैन कार्ड के साथ बैंक जाकर केवाईसी (नो योर कस्टमर) की प्रकिया पूरी करनी होगी। अपनी जमा राशि को डूबा हुआ मानकर संतोष किए बैठे लोगों को इस राशि का भुगतान तिमाही किस्तों में किया जाएगा।
बैंकिग सेवा के लिए कभी नागरिकों की पहली पसंद रहा सहकारिता बैंक आर्थिक किल्लत के चलते टूट गया था। यहां जमा राशि का भुगतान ग्राहकों को वापस नहीं मिल पा रहा था। इससे धीरे-धीरे कर लोगों का इस बैंक से मोह भंग होने लगा। अपने पैसों को वापस पाने के लिए चक्कर काट कर लोग थक गए और घर बैठ गए। इस बैंक को पुन: जीवित करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से बजट जारी किया जा रहा है। खाता धारकों को धीरे-धीरे कर पैसे वापस करने के निर्देश दिए गए है। बैंक की ओर से शासन से प्राप्त बजट को तिमाही किस्तों में धारकों में वितरित किया जा रहा है, लेकिन इसके लिए खाता धारक की केवाईसी होना अनिवार्य है। रिजर्व बैंक जब्त कर लेगा पैसा
सहकारिता बैंक शाखा भिनगा में कुल लगभग 3200 खाता धारक हैं। इनका लगभग छह करोड़ रूपया बैंक में जमा है। इनमें 60 प्रतिशत से अधिक खाता सेवानिवृत्त शिक्षकों का है। बैंक शाखा प्रबंधक चेतन सिंह ने बताया कि कुल खाता धारकों में से 35 प्रतिशत तक की केवाईसी हो चुकी है। शेष लोग अपना आधार कार्ड व पैन कार्ड लेकर यह प्रकिया पूरी कर सकते हैं। केवाईसी न कराने वाले खाता धारकों का पैसा रिजर्व बैंक की ओर से जब्त कर लिया जाएगा। इसके बाद उन्हें कभी भुगतान नहीं मिल पाएगा। किसानों को ऋण बांट रहा बैंक
अन्य बैंको की भांति को-ऑपरेटिव बैंक भी केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) योजना से ऋण का वितरण कर रहा है। इसकी प्रक्रिया पूरी करने के बाद किसान भाई खेतों के मूल्यांकन का 80 प्रतिशत तक ऋण ले सकते हैं। इसकी अदायगी व ब्याज दर समेत सभी शर्तें अन्य बैंकों की तरह ही हैं।