यमुना खतरे के निशान के करीब, ग्रामीणों में दहशत
कैराना : जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार हुई बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार वष्
कैराना : जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार हुई बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा लगातार जारी रहने से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। यह अब खतरे के निशान के करीब आ गई है।
पिछले कई दिनों से यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। शनिवार को नदी में छोड़े गए 1.67 क्यूसेक पानी से जलस्तर में 30 सेमी की वृद्धि होने से अब 230.30 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे का निशान से महज 70 सेमी दूर है।
यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा नदी में पानी यहां खादर क्षेत्र में लोगों के दिलों की धड़कन बढ़ा रहा है। शनिवार को बैराज से पानी का दबाव कम करने के लिए यमुना नदी में 1.67 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, इसके बाद यमुना नदी का जलस्तर 230 मीटर पर यानि चेतावनी ¨बदु पर पहुंच गया था। यमुना किनारे बसे गांवों में बाढ़ के खतरे को लेकर खौफ का माहौल बना हुआ है, क्योंकि चार साल पहले भी वह लोग बाढ़ का दंश झेल चुके हैं। ड्रेनेज विभाग के एई अशोक कुमार ने बताया कि रविवार को हथिनीकुंड बैराज से नदी में 23,638 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी अभी तक यहां नहीं पहुंचा है, फिर भी नदी के जलस्तर में शनिवार के मुकाबले रविवार को 30 सेमी की वृद्धि हुई और 230.30 मीटर पर पहुंच गया है। जिस स्थान पर यमुना नदी बह रही है, वहां से खतरे का निशान मात्र 70 मीटर की दूरी पर शेष है। इसलिए खादर में खौफ बढ़ता जा रहा है।