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योगी का बजट थोथा..वेस्ट को दिखाया ठेंगा

जागरण संवाददाता, शामली : जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने बजट को हवाई करार देते हुए इसे थो

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 10:10 PM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 10:10 PM (IST)
योगी का बजट थोथा..वेस्ट को दिखाया ठेंगा
योगी का बजट थोथा..वेस्ट को दिखाया ठेंगा

जागरण संवाददाता, शामली : जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने बजट को हवाई करार देते हुए इसे थोथा व किसान, व्यापारी, मजदूर समेत प्रत्येक वर्ग के लिए खोखला बताया है। विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि बजट में किसी वर्ग के लिए कोई खास प्रावधान नहीं है। यह भी महज चुनावी घोषणा पत्र ही है। उधर, भाजपा नेताओं ने योगी सरकार के बजट को बेहतर करार दिया है।

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केंद्र सरकार के बाद उप्र के बजट मे भी किसान, मजदूर एवं नौजवानों को निराशा ही मिली है। पूर्वाचल व बुंदेलखंड के लिए बजट भाषण मे कई घोषणाएं हुई, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश बजट मे जगह पाने मे असफल रहा। योगी सरकार के बजट मे 2017 के संकल्प पत्र मे किए गए वायदों जैसे किसानों की आमदनी, सड़क, शिक्षा आदि पर लोकसभा चुनाव की तैयारी भारी पड़ी है, जिसका उदाहरण गाय, संस्कृत, श्मशान, धर्मस्थानों को मिलने वाला बजट है। प्रदेश के विकास को दिशा देने मे योगी सरकार का तीसरा बजट भी असफल रहा।

- डा. सुधीर पंवार, राष्ट्रीय प्रवक्ता समाजवादी पार्टी

लोकसभा-2019 से पहले सरकार ने चुनावी व कोरा हवाई बजट पेश किया है। भाजपा सरकार के इस बजट में पश्चिमी उप्र की पूरी तरह से उपेक्षा की गई है। किसानों की फसलों के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं हुई है। गन्ना किसानों के लिए 430 करोड़ के प्रावधान से किसानों को कोई लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। सरकार को किसानों के लिए सीधे लाभ की व्यवस्था करनी चाहिए थी। शिक्षा, चिकित्सा, ¨सचाई आदि परियोजनाओं पर कोई खास कदम नहीं उठाया गया है।

- अशरफ अली खान, राष्ट्रीय महासचिव रालोद

केंद्र की तरह ही योगी सरकार का बजट बिल्कुल थोथा साबित हुआ है। वेस्ट यूपी को सरकार ने इग्नोर करते हुए ठेंगा दिखाने का काम किया है। गन्ना किसानों को सीधा लाभ न देकर सरकार ने एक बार फिर से अन्याय किया है, वहीं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, रसोईमाताओं और अन्य छोटे कर्मियों का ख्याल न रखकर उनसे धोखा करने का काम भाजपा सरकार ने फिर से किया है। देश व प्रदेश की सरकारें जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं कर रही है। बजट से किसान, मजदूर, व गरीबों को बड़ी निराशा हाथ लगी है।

- पंकज मलिक, प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस एवं पूर्व विधायक

योगी सरकार का यह बजट नहीं, बल्कि वादों की कतार है। अभी पुराने वादे पूरी नहीं कर सकी और सरकार ने फिर से वादों की झड़ी लगा दी है। पिछले बजट में 86 लाख किसानों को 36 हजार करोड़ कर्ज माफी का दावा किया था, लेकिन यह केवल 44 लाख किसानों का अधूरा कर्ज माफी हुआ है। इनमें कुछ किसानों का तो दो रुपये व 100 रुपये कर्ज माफी प्रमाण पत्र देकर सरकार ने मजाक ही उड़ाया था। यह खोखला बजट पारित किया गया है।

- अब्दुल वारिस राव, पूर्व विधायक

यह बजट समाज के हर वर्ग को राहत देने वाला बजट है। किसान, मजदूर, व्यापारी, नौकरीपेशा समेत प्रत्येक वर्ग का ख्याल रखा गया है। धार्मिक भावनाओं को देखते हुए गौशाला, रामलीला बाउंड्रीवाल, धर्मिक व पर्यटन स्थलों को स्थान दिया है, वहीं कन्याओं के सुमंगल योजना, विश्वकर्मा सम्मान योजना समेत विभिन्न योजनाओं से हर वर्ग को लाभ पहुंचाया है। यूपी सरकार का यह बजट ऐतिहासिक रहा है।

- तेजेंद्र निर्वाल, शहर विधायक भाजपा

बजट गरीब मजूदर, किसान, मध्यम वर्गीय, युवाओं और उद्यमियों की उम्मीदों पर खरा उतर रहा है। गन्ना किसानों के लिए 430 करोड़ का प्रावधान कर उन्हें राहत दी गई है। धार्मिक भावनाओं का ख्याल बजट में रखते हुए इसमें कई योजनाओं को पारित किया है। कुल मिलाकर सरकार का यह बजट जन-जन का ध्यान रखने वाला बजट है।

- प्रसन्न चौधरी, भाजपा नेता एवं जिपं अध्यक्ष पति


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