ऊपर का इशारा होते ही होगी कड़ी कार्रवाई
शामली : चाहे आमजन हो या फिर सेना का जवान अथवा कोई सैन्य अधिकारी। कश्मीर के पुलवामा में स
शामली : चाहे आमजन हो या फिर सेना का जवान अथवा कोई सैन्य अधिकारी। कश्मीर के पुलवामा में सेना के काफिले पर आतंकी हमले से हर कोई आहत है। आमजन व शहीदों के परिवार तो खून का बदला खून की मांग कर रहे है, लेकिन सेना के कर्मचारी व अधिकारी मात्र इतना कहते है कि ¨चता ना करें, ऊपर का इशारा होते ही बड़ा बदला लिया जाएगा। आरएएफ व सीआरपीएफ के डीआइजी संजय कुमार का कहना है कि जवानों के काफिले पर कायरानापूर्ण हरकत की गई है। आतंकियों ने छाती पर गोली चलाई होतीं तो जवाब सख्त दिया जाता, लेकिन आतंकियों ने ऐसी घटना को अंजाम दिया जिसे रोकना मुश्किल हो गया। उनके काफी जवान शहीद हो गए। इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। पूरा देश आज शहीदों के साथ खड़ा है। सेना अपना गुस्सा जताती नहीं है, बल्कि जवाब देती है। आतंकियों को इस हमले का कड़ा जवाब देंगे, बस ऊपर के इशारे की जरूरत है। जिस बटालियन 92 में अमित तैनात था। इस बटालियन के कमांडेट दीपक कुमार भी जवानों व अधिकारियों के साथ शहीद को श्रद्धाजंलि देने के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि अमित उनका एक होनहार व मिलनसार जवान था। वह आतंकी हमले में देश पर कुर्बान हो गया। शहीद अमित का बलिदान जाया नहीं जाएगा। दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब देंगे।