गांव में बनाया जाए अमित का समाधि स्मारक
जासं, शामली: शहीद अमित की माता हो या फिर पिता, अथवा भाई, सभी को अमित की शहादत पर गर्व के
जासं, शामली: शहीद अमित की माता हो या फिर पिता, अथवा भाई, सभी को अमित की शहादत पर गर्व के साथ ही शोक भी है। बावजूद इसके वह ऐसा चाहते है कि उनके बेटे को हर वर्ष याद किया जा सके। माता उर्मिला देवी का कहना है कि उनके शहीद बेटे का गांव में शहीद स्मारक बनाया जाना चाहिए। ताकि वह प्रति वर्ष शहीद दिवस पर जाकर अपने बेटे की शहादत को सलाम कर सके। गांव के लोग भी उनका साथ देंगे। हर वर्ष स्मारक पर तिरंगा यात्रा निकालेंगे। सहारनपुर में ब्याही बहन मीनाक्षी का रो-रोकर बुरा हाल है। वह विश्वास नही कर पा रही है कि ऐसा हो चुका है। वह भी भाई का शहीद स्मारक बनाने की मांग करती है। अमित परिवार में सबसे छोटा था। मेहनत-मजदूरी करने वाले बड़े भाई प्रमोद व उनकी पत्नी अमिता, ताई कमलेश देवी, चचेरे भाई जोगेंद्र का कहना है कि सरकार को खून का बदला खून ही लेना चाहिए। भाई अर्जुन सुनील, अनिल सभी अमित से बड़े है। वह भी अपने भाई की शहादत को जाया नहीं जाने देना चाहते। वह भी बदला चाहते है। पूरे परिवार ने गांव में अमित में शहीद स्मारक बनाने की मांग की है।