एआरटीओ के नाम पर वाहनों से वसूली का आडियो वायरल
हरियाणा राज्य की सीमा से शामली सटा होने के कारण जिले में ओवरलोड ट्रक की एंट्री के नाम पर वाहनों से वसूली का खेल चलने की ऑडियो वायरल होने से जिले के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। एआरटीओ के नाम पर प्रति वाहन 1200 से 1500 रुपये वसूलने की बात कही जा रही है। हालांकि एआरटीओ इस आडियो से अपना कोई मतलब न बताते हुए जल्द ही ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और इनके वाहन बंद करने की बात कह रहे हैं।
शामली, जेएनएन। हरियाणा राज्य की सीमा से शामली सटा होने के कारण जिले में ओवरलोड ट्रक की एंट्री के नाम पर वाहनों से वसूली का खेल चलने की ऑडियो वायरल होने से जिले के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। एआरटीओ के नाम पर प्रति वाहन 1200 से 1500 रुपये वसूलने की बात कही जा रही है। हालांकि एआरटीओ इस आडियो से अपना कोई मतलब न बताते हुए जल्द ही ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और इनके वाहन बंद करने की बात कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि चावल के ओवरलोड ट्रक की एंट्री के नाम पर वसूली होनी थी।
रविवार को सुबह से ही शामली के वाट्सएप ग्रुप, सोशल मीडिया, फेसबुक आदि जगह एक आडियो वायरल हुई। इसमें दो लोग आपस में बातचीत कर रहे हैं। आडियो के अनुसार हरियाणा की ओर से शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़ आदि में ओवरलोड गाड़ी की एंट्री कराने की बातचीत की जा रही है। शामली में 1200 से 1500 रुपये में एंट्री कराकर गाड़ी पास कराने वाला युवक बेखौफ बिना किसी समस्या के शामली से गाड़ी पास कराने की बात कह रहा है। वायरल आडियो के अनुसार चावलों से भरी ओवरलोड गाड़ी निकालने की बात की जा रही है।
रोजाना जिले से गुजरते है ओवरलोड वाहन
रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई आडियो से मामला भी संदिग्ध लग रहा है। चूंकि रोजाना सुबह से शाम तक मेरठ-करनाल हाईवे से ओवरलोड वाहन गुजरते हैं। एआरटीओ विभाग द्वारा ओवरलोड वाहनों के खिलाफ भी कोई ठोस कार्रवाई भी नहीं की जा रही है।
क्या बोले एआरटीओ
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही आडियो संज्ञान में आई है, लेकिन आडियो में बातचीत कर रहे लोगों का एआरटीओ कार्यालय से कोई लेना-देना नहीं है। आडियो में बातचीत कर रहे लोग जिन लोगों का आडियो में नाम लिया जा रहा है। उन सभी लोगों की तलाश करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, ओवरलोड वाहनों पर भी रोक लगाई जाएगी। वायरल आडियो में बातचीत कर रहे लोगों के वाहनों को भी बंद किया जाएगा।
- मुंशीलाल, एआरटीओ शामली।