मानक पूरा न करने वाला राजकीय कॉलेज भी बना बोर्ड परीक्षा का केंद्र
शामली : जनपद में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 33 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण हुआ है। जिसमें एक
शामली : जनपद में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 33 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण हुआ है। जिसमें एक परीक्षा केंद्र को मानक न पूरे करने के बाद भी परीक्षा केंद्र बना दिया गया है। वहीं, दो से तीन स्कूलों ने निर्धारित सीटों के सापेक्ष परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के चलते आपत्तियां दर्ज कराई है। वहीं, एक कॉलेज संचालक ने कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाने की मांग की है। आई हुई सभी आपत्तियों का अब जल्द ही जिला स्तरीय समिति की बैठक में निस्तारण किया जाएगा।
31 अक्तूबर को परिषद द्वारा यूपी बोर्ड परीक्षा-2019 के लिए केंद्रों का निर्धारण कर दिया था। जिसके बाद डीआइओएस कार्यालय द्वारा कॉलेज संचालकों से 5 नवंबर तक अपनी आपत्तियां दर्ज कराने के निर्देश दिए थे। सभी केंद्रों का निर्धारण परिषद द्वारा कॉलेज द्वारा भरी गई ऑनलाइन सूचना के आधार पर किया गया है, जिसके बाद डीआइओएस कार्यालय पर केवल पांच आपत्तियां दर्ज कराई गई है। राजकीय स्कूल टोडा के प्रधानाचार्य ने आपत्ती दर्ज कराते हुए बताया कि कॉलेज में एक ही शिक्षक है। कमरों की संख्या भी कम है। सीसीटीवी की भी सुविधा नहीं है। अन्य मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है। जिसके चलते उन्होंने कॉलेज को केंद्र सूची से हटाने की मांग की है। वहीं, नेशनल कॉलेज-जलालाबाद व मालैंडी कॉलेज के प्रधानाचार्य ने आपत्ती दर्ज कराते हुए बताया कि कॉलेज में परीक्षार्थियों के निर्धारण की क्षमता कम है, जबकि केंद्र पर परीक्षार्थी अधिक है। उन्होंने संख्या में कमी करने की मांग की है। इसके साथ ही गढ़ी अब्दुल्ला के चौधरी धीरज ¨सह कॉलेज के प्रधानाचार्य ने कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाने की मांग की है। डीआइओएस अनुराधा शर्मा ने बताया कि आई हुई सभी आपत्तियों का जल्द ही जिला स्तरीय बैठक का आयोजन करते हुए निस्तारण कर दिया जाएगा।