सुबह और शाम जाम ही जाम
शनिवार दोपहर के वक्त शहर में करीब तीन घंटे तक जाम लगा रहा। ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। पहले शहर में पैदल मार्च और फिर गन्ने के वाहन बढ़ गए। साथ ही स्कूलों की छुट्टी भी हो गई। दोपहर बाद स्थिति सामान्य हुई।
शामली, जेएनएन। शनिवार दोपहर के वक्त शहर में करीब तीन घंटे तक जाम लगा रहा। ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। पहले शहर में पैदल मार्च और फिर गन्ने के वाहन बढ़ गए। साथ ही स्कूलों की छुट्टी भी हो गई। दोपहर बाद स्थिति सामान्य हुई।
जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग को लेकर शनिवार को शहर में मार्च निकला। इसमें शामिल छात्र-छात्राएं और लोग एक लाइन बनाकर चल रहे थे, लेकिन यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई। दरअसल, सड़कों पर अतिक्रमण बहुत अधिक है। ऐसे में जहां-जहां से मार्च गुजरा, वहां-वहां जाम लगता रहा। अभी स्थिति ठीक नहीं हुई थी कि गन्ने की आवक बढ़ गई। मिल गेट से लेकर अग्रसैन पार्क तक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतार लग गई। इसके बाद स्कूलों की छुट्टी हो गई और फिर तो मानों शहर की रफ्तार रुक ही गई। वाहन रेंग-रेंग कर आगे बढ़ रहे थे। यातायात पुलिस के भी व्यवस्था संभालने में खूब पसीने छूटे। जाम में फंसे स्कूली बच्चे खासे परेशान रहे। कार और बाइक सवारों ने रांग साइड पकड़ी तो जाम की समस्या और विकराल हो गई। दोपहर करीब एक बजे से लेकर चार बजे तक तो शहर में धीमानपुरा फाटक से लेकर वीवी इंटर कॉलेज तक, हनुमान धाम, बुढ़ाना रोड पर वाहनों की कतार लगी रही। इसके बाद शहर में यातायात व्यवस्था ठीक हुई।