कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन करें व्यापारी
पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल की मंगलवार को सीबी गुप्ता कालोनी स्थित कैंप कार्यालय में बैठक हुई। व्यापारियों से कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन करते हुए व्यापार करने की अपील की ।
जेएनएन, शामली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल की मंगलवार को सीबी गुप्ता कालोनी स्थित कैंप कार्यालय में बैठक हुई। व्यापारियों से कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन करते हुए व्यापार करने की अपील की ।
व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने कहा कि कोरोना का दूसरी लहर का प्रकोप बढ़ने पर संगठन की ओर से भी लाकडाउन लगाने की मांग सरकार से की गई है। हालांकि पिछले साल के लाकडाउन और इस बार के कोरोना कर्फ्यू से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति चरमराई हुई है। अब बाजार खुल गए हैं तो हम सभी को कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पूरा पालन करना होगा। इसलिए व्यापारी मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी का पालन करें। बिना मास्क लगाए आने वाले ग्राहकों को सामान न दें और उन्हें मास्क लगाने के लिए कहें। सरकार से मांग है कि कोरोना से जान गंवाने वालों के स्वजनों की आर्थिक मदद की जाए। इस संबंध में सरकार को ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं। बैठक में नरेंद्र अग्रवाल, रवि संगल, सुभाष धीमान, मनोज मित्तल आदि मौजूद रहे।
21999.5 कुंतल गेंहू की खरीद
शामली। थानाभवन में
गेंहू कटाई के साथ ही किसान अपना गेहूं क्रय केंद्रों पर पहुंचा रहे हैं। थानाभवन कृषि मंडी समिति परिसर में गेहूं खरीद के लिए क्रय केंद्र बनाया गया है। मंगलवार को गेहूं खरीद का अंतिम दिन था, जबकि केंद्र पर दर्जनों गेहूं से लदी ट्रैक्टर ट्राली खड़ी रहीं। सोमवार तक केंद्र पर 21999.5 कुंतल गेहूं की खरीद की गयी। विपणन अधिकारी अमित यादव ने बताया कि केंद्र को गत वर्षों में 8000 कुंतल गेंहू खरीद का लक्ष्य रहा है। जिसमें केंद्र पर 21999.5 कुंतल गेंहू की खरीद अब तक हो चुकी है। उन्होंने बताया कि नियमानुसार मंगलवार को क्रय केंद्र का गेहूं खरीद का अंतिम दिन है। 7 बजे तक खरीद होगी, उसके बाद पोस मशीन बंद हो जाएगी। इस तारीख को आगे बढ़ाने की भी उम्मीद जताई जा रही है।
12 हजार कुंतल गेंहू की खरीद
ऊन। सहकारी समिति पर रिकार्ड गेंहू की खरीद के बाद गेंहू की तौल मंगलवार को बंद कर दी गई। देर शाम तक समिति पर किसान अपना गेंहू तुलवाने के लिए कतार में खड़े थे। ऊन सहकारी समिति के सचिव ने बताया कि वैसे तो हर साल गेंहू खरीद के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। लेकिन इस बार कोई भी लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया था। उसके बाद भी करीब 12 हजार कुंतल गेंहू की खरीद की गई। 90 फीसद गेंहू के बोरे सरकारी गोदामों पर पहुंचा दिए गए हैं। सरकार के अग्रिम आदेश तक गेंहू की खरीद मंगलवार से बंद कर दी गई।