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.कहीं सेहत न बिगाड़ दे मिलावट का खेल

शामली जेएनएन। दीपावली नजदीक है। दूध मावा पनीर घी से लेकर चांदी के वर्क में भी मिलावट है

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 05:28 PM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 05:28 PM (IST)
.कहीं सेहत न बिगाड़ दे मिलावट का खेल
.कहीं सेहत न बिगाड़ दे मिलावट का खेल

शामली जेएनएन। दीपावली नजदीक है। दूध, मावा, पनीर, घी से लेकर चांदी के वर्क में भी मिलावट है। वहीं, त्योहारों को लेकर मिठाइयां तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। दूसरी तरफ अब दिन-रात त्योहार की मिठास में मिलावट खोर जहर घोल रहे हैं।

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कोरोना काल चल रहा है। लोगों को स्वास्थ्य को सही रखने के लिए बाहर की चीजों से परहेज रखना चाहिए। लेकिन पर्व को देखते हुए मिठाई की दुकानों पर मिठाई तैयार होना शुरू हो गई। लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मिलावट खोर दिन रात सक्रिय हो गए है। वो मिठाइयां बनाने में आने वाले खर्च को कम करने के लिए नकली मावे का प्रयोग करने लगे है। मिठाई की खुशबू सुंदरता के लिए मिलाया जाने वाला रंग और भी अधिक हानिकारक होता है। इन दिनों मिठाइयों के अलावा, बेसन में आटा व रंग, अरहर की दाल में मटर, सरसों के तेल में पॉम ऑयल आदि की मिलावट भी की जा रही है।

ऐसे होती है मिलावट

आलू, शकरकंद, आरारोट और रिफाइंड ऑयल में 15 से 20 फीसद असली मावा मिक्स किया जाता है। साथ ही क्रीम निकला दूध में भी मिलाते हैं। इससे नकली मावा बनता है और अधिकांश लोग इसे देखकर पहचान नहीं सकते।

दूध में पानी के साथ ही डिटरजेट, यूरिया और सोडा पाउडर की भी मिलावट की जाती है। साथ ही कई प्रकार के केमिकल का भी प्रयोग होता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

दूध से क्रीम को निकाल लिया जाता है। इसके बाद बिना क्रीम के दूध में आरारोट मिलाते हैं और फिर फार्मलीन डालते हैं। फार्मलीन केमिकल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।

मिलावट की पहचान के कुछ आसान तरीके

- दूध में बराबर मात्रा में पानी मिलाएं। अगर इसमें झाग आ जाए तो समझें कि दूध में डिटरर्जेंट की मिलावट की गई है। साथ ही अगर अंगुलियों के बीच रगड़ने से दूध साबुन की तरह लगे तो दूध सिथेटिक हो सकता है।

मावे पर आयोडीन टिचर की कुछ बूंद डालें। अगर मावा काला पड़ता है तो इसमें मिलावट की गई है। इसके अलावा मावे को हथेली पर रखकर रगड़ें। अगर घी छोड़ता है तो असली है।

पनीर को पानी में उबालें और ठंडा होने पर आयोडिन टिचर की कुछ बूंद डालें। अगर पनीर नीले रंग का होता है तो समझो की इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

मिलावटी घी की पहचान भी आयोडिन टिचर से ही हो जाएगी। टिचर से अगर घी नीले रंग का होता है तो मिलावटी है।

इन्होंने कहा..

पर्व के मद्देनजर डीएम जसजीत कौर के आदेश पर जिले में अभियान की शुरूआत शनिवार से कर दी गई है। खाद्य विभाग की टीम रोजाना क्षेत्र में मिठाई की दुकानों, मावा की भट्टी आदि पर जाकर जांच करेगी।

-मनोज तोमर, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी शामली


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