जाम से नहीं मिली राहत, लगी रही ट्रैक्टर-ट्रालियों की कतार
चार दिन बाद भी गन्ने के जाम से राहत नहीं मिली है। शहर में गन्ना लदे ट्रैक्टर-ट्रालियों की कतार लगी है। चीनी मिल ने इंडेंट रोक दिया है लेकिन फिलहाल इसका असर नहीं दिखा है। मिल प्रबंधन के अनुसार शुक्रवार को गन्ने की आवक कम हो जाएगी।
शामली, जागरण टीम : चार दिन बाद भी गन्ने के जाम से राहत नहीं मिली है। शहर में गन्ना लदे ट्रैक्टर-ट्रालियों की कतार लगी है। चीनी मिल ने इंडेंट रोक दिया है, लेकिन फिलहाल इसका असर नहीं दिखा है। मिल प्रबंधन के अनुसार, शुक्रवार को गन्ने की आवक कम हो जाएगी।
शहर में रविवार से ट्रैक्टर-ट्रालियों की कतार लगी हुई है। रविवार और सोमवार को कोरोना कर्फ्यू के तहत दवा की दुकान ही खुल रही थी और ऐसे में शहर में भीड़ नहीं थी। मंगलवार से आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलने लगी हैं तो जाम का संकट भी बढ़ गया है। एंबुलेंस से लेकर प्रशासन व पुलिस आदि अफसरों को रास्ता मिलना भी मुश्किल हो रहा है।
गुरुवार को भी मिल गेट से लेकर वीवी इंटर कालेज रोड, धीमानपुरा, हनुमान धाम रोड तक ट्रैक्टर-ट्रालियों की लाइन लगी रही। अपर दोआब चीनी मिल के वरिष्ठ प्रबंधक (गन्ना) दीपक राणा ने बताया कि पांच मई से इंडेंट जारी नहीं किया है। चार मई तक जारी इंडेंट का गन्ना ही अभी आ रहा है। साथ ही नई व्यवस्था के तहत अगर कोई किसान निर्धारित तिथि तक पर्ची नहीं डाल पाते हैं तो वह पोर्टल के माध्यम से खुद ही अगली तिथि तय कर सकते हैं। हालांकि स्वीकृति संबंधित सहकारी गन्ना विकास समिति को देनी होती है। इसलिए भी गन्ना बढ़ रहा है, क्योंकि पिछले दिनों इंडेंट के सापेक्ष कम गन्ना आ रहा था।
शुक्रवार को स्थिति सामान्य होने की पूरी उम्मीद है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि आगामी सत्र में जाम की समस्या न हो, उसके लिए अभी से योजना बनाई जानी चाहिए, क्योंकि जाम से व्यापारियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है।