सर्दी की आहट, चाय की पत्ती के दाम गर्म
सर्दी की आहट के साथ चाय की चुस्की भी अब महंगी हो गई है। इसकी वजह चाय की पत्ती के दामों में वृद्धि होना है। बीते एक माह में चाय की पत्ती के दाम में 80 से लेकर 100 रुपये प्रति किलो तक का इजाफा हुआ है। खुली चाय के साथ कंपनियों की पैक्ड चाय पर भी बढ़ी कीमतों का असर है। इस दौरान बिक्री करीब 30 फीसद तक बढ़ी है।
शामली, जेएनएन। सर्दी की आहट के साथ चाय की चुस्की भी अब महंगी हो गई है। इसकी वजह चाय की पत्ती के दामों में वृद्धि होना है। बीते एक माह में चाय की पत्ती के दाम में 80 से लेकर 100 रुपये प्रति किलो तक का इजाफा हुआ है। खुली चाय के साथ कंपनियों की पैक्ड चाय पर भी बढ़ी कीमतों का असर है। इस दौरान बिक्री करीब 30 फीसद तक बढ़ी है।
कोरोना काल में जिन चीजों की ज्यादा खपत हो रही है उनमें चाय पत्ती भी एक है। किराना दुकानों पर दस से अधिक कंपनियों की चाय बिकती है, अनेक रिटेल कारोबारी खुली चाय की पत्ती भी बेचते हैं। गत एक माह में 80 से लेकर 100 रुपये प्रति किलो तक चाय के दाम बढ़े हैं। इस समय खुली चाय 240 से 350 और कंपनियों की पैक्ड चाय 350 से 550 रुपये किलो की दर पर बिक रही है। बड़ा बाजार निवासी चाय विक्रेता सचिन गर्ग के मुताबिक जुलाई से अक्टूबर तक चाय के उत्पादन का सीजन रहता है, लेकिन इस बार असम और पश्चिम बंगाल में बाढ़ की वजह से फसल खराब हो गई है। और उसका असर कीमतों पर पड़ रहा है। लाकडाउन की वजह से भी दो महीना मजदूर बागानों में नहीं जा सके, जिससे पत्तियां सूख गई थीं। खुली पत्ती के विक्रेता आशु गोयल ने बताया कि दाम बढ़ने पर ग्राहक सवाल उठा रहे हैं। जो पत्ती जुलाई तक 240 रुपये किलो बेची गई है अब वह 350 रुपये हो गई है। अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में कीमतें और बढ़ सकती हैं।