अचानक बदला मौसम, बीमार होने का खतरा
मौसम अचानक बदल गया है। कई दिनों से तापमान बढ़ने से पसीने छूट रहे थे लेकिन मंगलवार को दोपहर के समय मौसम बदल गया। दिन में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम का यह बदलाव बुखार खांसी जुकाम यानी वायरल इंफेक्शन के लिए अनुकूल होता है। ऐसे में काफी सावधानी बरतने की जरूरत है।
शामली, जागरण टीम। मौसम अचानक बदल गया है। कई दिनों से तापमान बढ़ने से पसीने छूट रहे थे, लेकिन मंगलवार को दोपहर के समय मौसम बदल गया। दिन में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम का यह बदलाव बुखार, खांसी, जुकाम यानी वायरल इंफेक्शन के लिए अनुकूल होता है। ऐसे में काफी सावधानी बरतने की जरूरत है।
नमी और अचानक तापमान में उतार-चढ़ाव से वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मौसम में वायरस एक्टिव हो जाते हैं। चिकित्सक डा. दीपक चौधरी का कहना है कि वातावरण में विभिन्न तरह के वायरस होते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्युनिटी, जिनकी कमजोर होती है, उन पर वायरस जल्दी अटैक करता है। वहीं, जिनकी इम्युनिटी मजबूत होती है उन पर वायरस का प्रभाव नहीं हो पाता है। ऐसे मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इनकी इम्युनिटी कम होती है। खानपान का रखें ध्यान
चिकित्सक दीपक चौधरी ने बताया कि गर्मी बढ़ने पर लोगों ने फ्रीज का ठंडा पानी पीना शुरू कर दिया था। वर्तमान मौसम में सामान्य पानी पीएं और उबालकर कर पीएं। फिलहाल एसी का प्रयोग न करें और अगर पंखा चला रहे हैं कि कम स्पीड पर चलाएं। ऐसा मौसम बैक्टीरिया के लिए भी अनुकूल होता है। इसलिए बासी खाना न खाएं। अधिक समय से कटे फल-सलाद का सेवन भी न करें। तला-भुना न खाएं तो ही बेहतर है। अगर खा रहे हैं तो कम मात्रा में ही सेवन करें। बिल्कुल भी घबराएं नहीं
कोरोना वायरस के लक्षण बुखार, सूखी खांसी और गले में दिक्कत होना हैं। ऐसा होने पर लोग चितित होने लगते हैं। इसमें चिता नहीं करनी है। सिर्फ चिकित्सक से तुरंत परामर्श लेना है। स्वास्थ्य विभाग के दो चिकित्सक के नंबर भी टेलीमेडिसिन के लिए जारी किए गए हैं। इन पर फोन कर सलाह लें। इसके अलावा निजी चिकित्सकों के नंबर की सूची भी जारी की गई है। टेलीमेडिसिन के लिए नियुक्त डा. विजेंद्र ने बताया कि चिकित्सक सामान्य फ्लू और कोरोना के लक्षण में अंतर कर लेते हैं। कोई भी व्यक्ति बिना चिकित्सक की सलाह के किसी दवा का सेवन न करे। अगर बुखार, खांसी, जुकाम हो तो घर में खुद को क्वारंटाइन कर लें। ऐसे बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
डा. दीपक चौधरी का कहना है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए विटामिन-सी युक्त फलों का सेवन करें। नियमित व्यायाम और योग आदि करें। इसके अलावा अच्छी नींद लें और वक्त पर खाना खाएं। नाश्ते में अंकुरित अनाज को शामिल करें।