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फिर से छाया स्माग, आंखों में रही जलन

सर्दी की दस्तक के साथ ही स्माग लगातार बढ़ रहा था लेकिन दीपावली के बाद हुई बारिश से प्रदूषण कम हुआ था जिसके बाद स्माग नहीं रहा लेकिन इसने फिर से दस्तक देना शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 10:12 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 10:12 PM (IST)
फिर से छाया स्माग, आंखों में रही जलन
फिर से छाया स्माग, आंखों में रही जलन

शामली, जेएनएन। सर्दी की दस्तक के साथ ही स्माग लगातार बढ़ रहा था, लेकिन दीपावली के बाद हुई बारिश से प्रदूषण कम हुआ था, जिसके बाद स्माग नहीं रहा, लेकिन इसने फिर से

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दस्तक देना शुरू कर दिया है।

मंगलवार को सुबह के साथ ही रात्रि में भी स्माग आसमान में छाया रहा। इससे आंखों में जलन व सांस लेने में भी तकलीफ होती रही। सांस के मरीजों को सर्वाधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बुजुर्गों के साथ बच्चों व खासतौर से नवजात शिशुओं की सेहत पर यह भारी पड़ता दिख रहा है। स्माग की स्थिति से निपटने के लिए अफसर तमाम तरीके अपना रहे है, लेकिन स्माग कम नहीं हो रहा है। हर बार यह जहरीली हवा दम निकाल देती है। जिला प्रशासन का दावा है कि प्रदूषण से निजात दिलाने के गन्ने की पत्ती व पराली के साथ कूडा करकट जलाने पर सख्ती से रोक लगा रखी है। एडीएम अरविद कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी इसमें निरंतर निगरानी रखे हुए है। प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई निरंतर चल रही है। वहीं स्माग से बचने के लिए चिकित्सक लगातार सावधानी बरतने की सलाह दे रहे है।

-जिले में धान की रिकार्ड खरीद

शामली: जिले में इस बार धान की रिकार्ड खरीद हो चुकी है। 312 किसान 964 मीट्रिक टन धान बेच चुके हैं, जबकि पंजीकरण कराने वाले किसानों की संख्या 1264 हैं। जिले में 29 अक्टूबर से धान की खरीद सात केंद्रों पर शुरू हो गई थी। हरियाणा सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसानों का मोटा धान लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था और ऐसे में जिले के केंद्रों पर खरीद बढ़ती चली गई। शासन ने लक्ष्य 300 मीट्रिक टन निर्धारित किया था, लेकिन अभी तक लक्ष्य सापेक्ष खरीद 321 फीसदी है। मंगलवार को भी 13 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। जबकि पिछले साल 24 नवंबर तक सिर्फ 102 मीट्रिक टन धान ही खरीदा गया था।


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