रिकार्ड गेहूं खरीद, भुगतान 99 फीसद
जिले में इस बार गेहूं की रिकार्ड खरीद हुई है और अब तक किसानों को 99 फीसद से अधिक भुगतान भी हो चुका है। अब बेहद कम किसान गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं। कुछ किसानों ने गेहूं स्टोर कर लिया है और हरियाणा लेकर जा रहे हैं। अधिक खरीद का कारण लॉकडाउन रहा है क्योंकि इस दौरान किसान गेहूं बेचने के लिए हरियाणा नहीं जा सके।
शामली, जेएनएन। जिले में इस बार गेहूं की रिकार्ड खरीद हुई है और अब तक किसानों को 99 फीसद से अधिक भुगतान भी हो चुका है। अब बेहद कम किसान गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं। कुछ किसानों ने गेहूं स्टोर कर लिया है और हरियाणा लेकर जा रहे हैं। अधिक खरीद का कारण लॉकडाउन रहा है, क्योंकि इस दौरान किसान गेहूं बेचने के लिए हरियाणा नहीं जा सके।
जिले में 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई थी और 22 मई को लक्ष्य पूरा हो गया था। जिले को लक्ष्य 14500 मैट्रिक टन का मिला था और अब तक 17804 मैट्रिक टन की खरीद हो चुकी है। 4984 किसानों ने गेहूं बेचा है और 4879 किसानों का भुगतान हो चुका है। कुल 34.40 करोड़ का धान बेचा और इसके सापेक्ष 34.07 करोड़ का भुगतान हो चुका है।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी निहारिका सिंह ने बताया कि अब तक खरीदा गया पूरा गेहूं भारतीय खाद्य निगम के डिपो में पहुंच चुका है। डिपो मुजफ्फरनगर में है। फिलहाल गेहूं की बहुत कम खरीद है। कई-कई दिन तो एक भी दाना नहीं आता है। एक तो फिलहाल बारिश नहीं है और अगर बारिश होते भी तो कोई दिक्कत वाली बात नहीं थी। 30 जून को खरीद सत्र पूरा हो जाएगा।
सचल क्रय केंद्र से कोई खरीद नहीं
काफी दिन पहले गेहूं खरीद के लिए सचल क्रय केंद्र की व्यवस्था की गई थी। सामूहिक या व्यक्तिगत सौ कुंतल या इससे अधिक गेहूं खरीदने के लिए टीम वहीं पर जाती। लेकिन इसके माध्यम से कोई खरीद नहीं हुई है।
7885 किसानों ने कराया पंजीकरण, 4984 ने बेचा
जिले के सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए 7885 किसानों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन 4984 किसानों ने गेहूं बेचा। दरअसल मई के आखिर में हरियाणा में गेहूं बेचने की अनुमति मिल गई थी तो काफी किसानों ने हरियाणा का रूख किया। रेट में कोई अंतर नहीं है, लेकिन हरियाणा के मंडी आढ़तियों से किसानों एडवांस पैसा भी मिल जाता है।