जिले में रिकार्ड धान खरीद, 21 दिन में ही लक्ष्य पूरा
क्रय केंद्र खुले 21 दिन हुए हैं और जिले में रिकार्ड धान खरीद हो चुकी है। वर्ष 2011 में जिला बनने के बाद से यह अब तक की सर्वाधिक खरीद है। खरीद का शासन से मिला लक्ष्य भी पूरा हो चुका है। अभी 31 जनवरी तक केंद्र खुले रहेंगे। ऐसे में बंपर खरीद की संभावना है।
शामली, जेएनएन। क्रय केंद्र खुले 21 दिन हुए हैं और जिले में रिकार्ड धान खरीद हो चुकी है। वर्ष 2011 में जिला बनने के बाद से यह अब तक की सर्वाधिक खरीद है। खरीद का शासन से मिला लक्ष्य भी पूरा हो चुका है। अभी 31 जनवरी तक केंद्र खुले रहेंगे। ऐसे में बंपर खरीद की संभावना है।
एक अक्टूबर से धान क्रय केंद्र खुलने थे, लेकिन शासन के निर्देश पर सभी सात केंद्र 29 सितंबर को शुरू हो गए थे। हालांकि छह दिन बाद खरीद का खाता खुला था। फिर कुछ दिन खरीद शून्य थी। लेकिन एक सप्ताह से रफ्तार लगातार बढ़ रही थी। सोमवार को लक्ष्य से अधिक खरीद हो चुकी है। गत वर्ष लक्ष्य 200 मीट्रिक टन था, लेकिन इस बार शासन ने 300 मीट्रिक टन दिया है। पिछले साल तो जैसे-तैसे लक्ष्य पूरा करने में सफलता में मिली थी, लेकिन पिछले सालों में तो जिला लक्ष्य से काफी दूर रहा था। दरअसल, जिले के किसानों की दिलचस्पी हरियाणा की मंडियों में धान-गेहूं बेचने की होती है। हरियाणा सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसानों से मोटे धान की खरीद करने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। ऐसे में किसान जिले के केंद्रों पर ही धान बेच रहे हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी निहारिका सिंह ने बताया कि अब तक 347.12 मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है। 90 किसानों ने धान बेचा है और 16 का भुगतान भी किया जा चुका है।
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1057 किसानों ने कराया पंजीकरण
भले ही अभी तक 90 किसानों ने ही धान बेचा हो, लेकिन आनलाइन पंजीकरण कराने वालों की संख्या 1057 हो चुकी है। पिछले साल के मुकाबले पंजीकरण छह गुना से भी अधिक है।
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गेहूं खरीद में प्रथम आया था जिला
लाकडाउन के कारण गेहूं बेचने के लिए किसान हरियाणा नहीं जा सके थे। ऐसे में लक्ष्य के सापेक्ष काफी अधिक खरीद हुई थी। लक्ष्य से अधिक खरीद करने में शामली जिला प्रदेश में अव्वल आया था।
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वर्ष, लक्ष्य, खरीद
2012-13, 200, 87.02
2013-14, 200, 40.28
2014-15, 200, 00
2015-16, 250, 53.32
2016-17, 300, 00
2017-18, 600, 93.78
2018-19, 200, 97.44
2019-20, 200, 201.34
2020-21, 300, 347.12 (अब तक)
(नोट: लक्ष्य और खरीद मीट्रिक टन में है)
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ये है न्यूनतम समर्थन मूल्य
सामान्य धान, 1868 रुपये प्रतिकुंतल
प्रथम श्रेणी धान, 1888 रुपये प्रतिकुंतल
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इस बार एक हजार से अधिक किसान धान बेचने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। लक्ष्य से अधिक खरीद हो गई है। थोड़ी समस्या यह सामने आ रही है कि किसान मोटे के अलावा भी धान लेकर किसान आ रहे हैं। सरकारी क्रय केंद्रों पर मोटे धान की ही खरीद होती है। ऐसे में किसानों को समझाया जा रहा है। केंद्रों पर व्यवस्था ठीक रहे, इसके लिए औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है।
-निहारिका सिंह, जिला खाद्य विपणन अधिकरी, शामली