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बारिश ने बढ़ाई ठिठुरन, शहर में पसर गया सन्नाटा

गुरुवार को दिनभर बादल छाए रहे और देर शाम बूंदाबांदी शुरू हो गई। रुक-रुककर देर रात तक हल्की बारिश चलती रही।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 11:31 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 06:01 AM (IST)
बारिश ने बढ़ाई ठिठुरन, शहर में पसर गया सन्नाटा
बारिश ने बढ़ाई ठिठुरन, शहर में पसर गया सन्नाटा

शामली, जेएनएन। गुरुवार को दिनभर बादल छाए रहे और देर शाम बूंदाबांदी शुरू हो गई। रुक-रुककर देर रात तक हल्की बारिश चलती रही। इससे ठिठुरन में और इजाफा हो गया है और शहर में सन्नाटा पसर गया। बाजार भी बारिश के बाद बंद हो गए। दुकानदारों ने दुकाने बंद कर घर जाना ही मुनासिब समझा।

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मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार के लिए बारिश व ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की थी। गुरुवार शाम करीब सवा सात बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई। लोगों ने बारिश से बचने के लिए दुकानों के बाहर लगे टीनशेड का सहारा लिया। जब बूंदाबांदी चलती रही तो लोगों को भीगते हुए ही घर जाना पड़ा। देर रात तक बारिश में तेजी तो नहीं आयी, लेकिन रुक-रुककर बौछारे पड़ती रही। बारिश के कारण बाजार भी अन्य दिनों के मुकाबले जल्दी ही बंद हो गए। एक तो पहले से ही ठंड थी और दूसरे बारिश, इसके चलते लोग घरों में दुबक गए। दुकानदार भी जल्दी प्रतिष्ठान बंद कर घर चले गए। बारिश बेसहारा लोगों के लिए दिक्कत लेकर आयी। वह रात को सार्वजनिक स्थानों पर अलाव तापते दिखे। ऐसे लोगों ने रैन बसेरों का रुख किया या फिर किसी दुकान के बाहर टीन शेड् के नीचे अलाव जलाने की व्यवस्था की। वहीं, गन्ना लेकर मिल में आए किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भीगते हुए घर से मिल और मिल से घर पहुंचे। साथ ही गन्ने की तौल होने तक उन्हें भीगने को मजबूर होना पड़ा। बारिश के साथ हवा में भी तेजी हो गयी। इससे पारा नीचे गिर गया। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे दिखे। बच्चों व बूढ़ों को बढ़ी ठंडक ने ज्यादा परेशान किया।

गन्ने की कटाई हो सकती है प्रभावित

अगर बारिश सुबह तक यूं ही चलती रही तो गन्ने की कटाई प्रभावित हो सकती है। कृषि विज्ञान केंद्र शामली के वैज्ञानिक डॉ. विकास मलिक ने बताया कि अभी तक हुई बारिश से फसलों को कोई खासा नुकसान नहीं है। अगर हल्की बारिश ही सुबह तक होती रही तो गन्ने की कटाई और छिलाई का काम रुक जाएगा। गेहूं की बुवाई में और विलंब होगा और पालक, गोभी, टमाटर, गाजर की फसल को नुकसान हो सकता है।


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