रविवार को शहर के हालात ठीक नजर आने के आसार
शाम को जाम से शहर को मिली थोड़ी राहत
जागरण संवाददाता, शामली : शनिवार को सातवें दिन भी जाम के झाम से लोग परेशान रहे। शाम को गन्ने के वाहन कम हुए तो थोड़ी राहत जरूर मिली। अगर शनिवार रात को मिल बंद होता है, तो रविवार को शहर के हालात ठीक नजर आने के आसार हैं।
गत रविवार को गन्ने के वाहन बढ़ने के चलते शहर में जाम लगा था और इसके बाद यह समस्या विकराल होती चली गई। मिल में खराबी आई तो दिक्कत और बढ़ गई। सात दिन से पूरा शहर परेशान है। हर दिन मरीज को अस्पताल ले जाती एंबुलेंस जाम के झाम में फंसी। बाजार भी असर पड़ा और कुल मिलाकर हर कोई हलकान रहा। शनिवार दोपहर तक भी मिल गेट से गन्ने के वाहनों की लंबी लाइन लगी थी। ऐसा नहीं लग रहा था कि जल्द राहत मिलेगी। तपती दोपहरी और लूट के थपेड़ों में जाम में फंसे लोग बिलबिला गए। लोगों की बेतरतीब ढंग से टैक्ट्रर-ट्रॉली खड़े करने को लेकर किसानों से नोकझोंक भी हुई। शहर के जाम का असर मेरठ-करनाल हाईवे पर भी खूब रहा, लेकिन शाम को स्थिति में कुछ सुधार हुआ और मिल गेट से नगर पालिका तक ही गन्ने के वाहनों की लाइन सिमट गई। अगर अचानक गन्ना नहीं आया तो देर रात तक हालात ठीक हो जाएंगे और प्रबंधन भी रात में मिल बंद करने की बात कर रहा है। चीनी मिल के अतिरिक्त महाप्रबंधक गन्ना नरेश कुमार ने बताया कि मिल बंद करने को लेकर किसानों को पहले ही सूचित किया जा चुका है।