अब कोरोना से बचाव के लिए अधिक सतर्कता जरूरी
अनलाक में बहुत जगह भीड़ है। ऐसे में हम सावधानी का गंभीरता से पालन करेंगे तो कोरोना पास नहीं आएगा।
शामली, जेएनएन। लाकडाउन के मुकाबले अब कोरोना से बचाव के लिए अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है, क्योंकि अनलाक में बहुत जगह भीड़ है। ऐसे में हम सावधानी का गंभीरता से पालन करेंगे तो कोरोना पास नहीं आएगा। ऐसे तमाम लोग हैं, जो कोरोना संक्रमित के आसपास रहते हुए भी सुरक्षित हैं। मैं ऊर्जा निगम में नौकरी करता हूं। लाकडाउन में भी नियमित कार्यालय जाना पड़ता था। अब अनलाक है तो पहले से भी अधिक एहतियात बरत रहा हूं। नौकरी से अलग बहुत जरूरी काम होने पर ही कहीं बाहर जाता हूं। दयानंदनगर में तो काफी संख्या में कोरोना संक्रमित मिले हैं और अब भी केस सामने आ रहे हैं। मैं घर में ही योग-व्यायाम करता हूं। चाय पीना तो पूरे परिवार ने ही बंद कर दिया है। अब सुबह-शाम एक-एक कप काढ़ा पीते हैं। आंवला का सेवन भी अब खूब कर रहे हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रही।
- जोगेंद्र सैनी, दयानंदनगर कोरोना से बचना है तो सावधानी का दामन नहीं छोड़ना है। मैं तो मास्क लगाए बिना अपनी गली में भी नहीं जाता हूं। अब मास्क की कोई कमी नहीं है और ऐसे में एक साथ काफी त्रिस्तरीय मास्क ले आता हूं। रोजाना मास्क बदलता हूं। इम्युनिटी अच्छी रही, इसके लिए पहले की तरह व्यायाम तो जारी है और काढ़े का सेवन भी कर रहा हूं। परिवार के सभी सदस्य भी पूरी सावधानी बरत रहे हैं और अभी तक कोरोना से सुरक्षित हैं।
- लोकेश कौशिक, बुढ़ाना रोड