प्रस्ताव के बावजूद नहीं बने नए थाने
शामली: कानून व्यवस्था व भयमुक्त वातावरण बनाने की खातिर पिछले एक वर्ष में किए गए पुलिस के प्रयास
शामली: कानून व्यवस्था व भयमुक्त वातावरण बनाने की खातिर पिछले एक वर्ष में किए गए पुलिस के प्रयासों की बात करें तो पुलिस ने काफी कुछ किया। इसके बावजूद अभी भी जनपद में पुलिस को बहुत करने की जरूरत है। आवश्यकता के अनुसार अभी तक जनपद में नए थाने नहीं बन पाएं हैं। जनपद बनने के बाद शामली में अपराध का बोलबाला हो गया था। मुकीम काला, अरुण रोड समेत कई शातिरों ने गिरोह बनाकर अपराधों को अंजाम दिया। यहां तक कि व्यापारियों की दिनदहाड़े हत्याएं भी की गई।
पुलिस ने लोगों के दिलों से अपराधियों का भय निकालने के लिए एक के बाद एक एनकाउंटर कर आधा दर्जन शातिरों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया तथा तीन दर्जन से अधिक शातिरों जेल भेज दिया। यह सब जनपद में कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने की कवायद थी। बावजूद इसके पुलिस अधिकारियों को अभी बहुत कुछ करना होगा, क्योंकि प्रस्ताव भेजने के बाद भी जनपद में नए थाने नहीं बन पाएं है। इसके साथ ही पुलिस को आधुनिक हथियारों से लैस करते हुए पुलिस बल बढ़ाना होगा।