सुबह होते ही फिर जलन और घुटन..
मंगलवार की सुबह एक बार फिर प्रदूषण के चलते स्मॉग छाया रहा। स्मॉग के चलते आसमान में सफेद चादर छाई रही। प्रदूषण से जहां लोग घरों से बाहर निकलने से भी कतराते रहे वहीं स्कूली बच्चों को मुंह ढककर जाना पड़ा।
शामली, जेएनएन। मंगलवार की सुबह एक बार फिर प्रदूषण के चलते स्मॉग छाया रहा। स्मॉग के चलते आसमान में सफेद चादर छाई रही। प्रदूषण से जहां लोग घरों से बाहर निकलने से भी कतराते रहे वहीं स्कूली बच्चों को मुंह ढककर जाना पडा। लोगों ने धुंध जैसे धुएं से आंखों में जलन व घुटन होने पर चिकित्सकों से भी सलाह मशविरा किया। दिन चढने के साथ निकली धूप के बाद लोगों को राहत मिल सकी।
शामली में दीपावली के पर्व के बाद से वायु प्रदूषण ने लोगों का जीवन मुहाल कर रखा है। पिछले दिनों भी आसमान में धुंध जैसा धुआं छाए रहने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पडा था, उसके बाद आसमान साफ हो गया था और धूप भी निकल आई थी, लेकिन पिछले तीन-चार दिनों से एक बार फिर वायु प्रदूषण का प्रकोप छाने लगा है। सुबह के समय धुंध जैसा धुआं छाया रहता है, जिसके कारण लोगों को आंखों में जलन की शिकायत हो रही है, वहीं सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली छात्र-छात्राओं को उठानी पड़ रही है। सुबह के समय बच्चों व उनके अभिभावकों को मुंह पर मास्क व कपड़ा लपेटकर स्कूल जाना पड रहा है। वहीं लोग भी घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। लोगों का कहना था कि सुबह के समय तो आंखों में इतनी जलन होती है कि बर्दाश्त करना मुश्किल होता है। आंखों से लगातार पानी चलता रहता है। यह सब वायु में फैल रहे प्रदूषण का नतीजा है, अगर इस पर जल्द नियंत्रण न किया गया तो यह आंखों के साथ-साथ शरीर को भी भारी नुकसान पहुंचा सकता है। दिन चढने बाद आसमान के साफ होने व तेज धूप निकलने के बाद लोगों को राहत मिल सकी। दूसरी ओर जिला प्रशासन भी वायु प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर सख्ती बरत रहा है। डीएम ने कड़े निर्देश दिए हैं कि वायु प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी वहीं कुछ फैक्ट्रियों पर जिला प्रशासन ने जुर्माना भी लगाया है। इसके साथ ही दो किसानों समेत तीन लोगों पर फसलों का अवशेष जलाने के कारण मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।