नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में प्रदर्शन
पीस पार्टी ने नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।
शामली, जेएनएन। पीस पार्टी ने नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपते हुए विधेयक को मंजूरी न देने की मांग की।
गुरुवार को पीस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में शामली कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष मोहम्मद असलम के नेतृत्व में राष्ट्रपति को संबोधित एसडीएम सदर को सौंपा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में केंद्रीय मंत्रीमंडल द्वारा लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित हो चुका है। जिसमें धर्म के आधार पर केवल मुसलमानों को छोड़कर गैर मुस्लिमों को नागरिकता देने का प्रावधान है, जो संविधान को मूल भावना व धर्म निरपेक्षता के सिद्धांतों के विरूद्ध है। इस कारण देश का एक बड़ा अल्पसंख्यक वर्ग प्रमुख रूप से मुसलमान व धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले देश के नागरिक इसके दुष्परिणाम से चितित है। पीस पार्टी उक्त विधेयक का विरोध करती है। कहा कि देश को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मंशा के अनुरूप और भारतीय संविधान की मूल भावना के विपरीत केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित किया है, जो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 का स्वत: उल्लंघन है। उन्होंने उक्त विधेयक को मंजूरी न देने की मांग की, ताकि देश के लोगों में एकता बनी रही। इस अवसर पर अनसार अंसारी, मौहम्मद सालिम, भूरा, हाशिम मुस्तकीम, हकीम सूफी और अलाउददीन आदि मौजूद रहे। पावटीकलां में बिल के खिलाफ प्रदर्शन
संवाद सूत्र, कैराना: नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सरकार से फैसला वापस लेने की मांग की।
गुरुवार को क्षेत्र के गांव पावटीकलां में दर्जनों ग्रामीणों ने नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध मार्च भी निकाला। ग्रामीण हाथों में तख्तियां लेकर चल रहे थे। उन्होंने जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने कहा कि सरकार का यह फैसला भेदभाव वाला है, जिसे सरकार को वापस लेना चाहिए। इस दौरान याकूब, डॉ. महताब, आजम, सादिक, वकील, हाफिज महबूब, मौलवी राशिद आदि मौजूद रहे।