एक और अवैध पंप उखाड़ा, हड़कंप
पिछले दिनों नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में बायोटेक पंपो की बाढ़ सी आ गयी थी जहां कैराना नगर में आधा दर्जन बायोटेक पंपों को कंपनी द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई थी वहीं नगरमें क्षेत्रों में भी इनकी संख्या कम नही थी। बायोटेक कंपनी की आड़ में फर्जीवाड़े का धंधा युद्ध स्तर पर शुरू किया गया था। बिना परमिशन ही पंप संचालकों ने प्रशासन को भृमित कर परमिशन के नाम पर गुमराह किया और देखते ही देखते आधा दर्जन पंपों का निर्माण कर दिया गया।
कैराना : बायोटेक पेट्रोल पंपों पर कार्रवाई की चेतावनी के बाद पंप मशीनें उखड़ने का काम शुरू हो गया है। कैराना के बाद अब तितरवाड़ा गांव से भी पंप संचालकों ने पंप मशीन उखाड़ ली है।
पिछले दिनों नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में बायोटेक पंपो की बाढ़ सी आ गयी थी, जहां कैराना नगर में आधा दर्जन बायोटेक पंपों को कंपनी द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई थी। वहीं, नगर के कई क्षेत्रों में भी यह पंप स्थापित हो गए थे। बायोटेक कंपनी की आड़ में फर्जीवाड़े का धंधा युद्ध स्तर पर जारी है। बिना परमिशन ही पंप संचालकों ने प्रशासन को भ्रमित कर अनुमति के नाम पर गुमराह किया। देखते ही देखते आधा दर्जन पंपों का निर्माण हो गया। सीना तानकर सभी बिना अनुमति तेल बेचने लगे। यह मामला जागरण ने विस्तार से प्रकाशित किया। प्रशासन ने जांच के आदेश दिए। पंप स्वामियों के दावों की पहली ही जांच में हवा निकल गयी। जांच के लिए गठित चार सदस्यों की टीम ने प्रथम दृष्टया सभी पंपों को अवैध पाया और संचालित पंप पर जांच के दौरान भारी अनियमितताएं पाई गई। इसके बाद संचालकों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। पंप संचालकों में जांच से हड़कंप मच गया। कार्रवाई के खौफ से एक के बाद एक पंप उखड़ने शुरू हो गए हैं। कैराना के बाद अब गांव तितरवाड़ा में भी पेट्रोल पंप स्वामी ने अपनी मशीन उखाड़ ली है। उधर, कस्बे में अभी भी कई मशीनों को प्लास्टिक से ढक कर रखा हुआ है। अब देखना यह कि इन पंपों पर कब कार्रवाई हो पाएगी, या नहीं। बुर्खे पहने मार्गो पर खड़े पंप प्रशासन को दे रहे चुनौती
नगर एवं क्षेत्र में बिना लाइसेंस केअवैध पंपों पर दिन रात पेट्रोल व डीजल खुलेआम बेचा जा रहा था। अवैध कार्य का राजफाश होने पर पंप संचालकों में हड़कंप मच गया। दैनिक जागरण में प्रमुखता से खबर छपने के बाद भूरा गांव में लगे पंप की मशीन को संचालक ने उखड़ लिया, उसके उपरांत नगर की ईदगाह पर लगे पंप को संचालक ने उखाड़ा लिया। इसी के साथ तितरवाड़ा गांव में भी पंप मशीन को उखाड़ लिया गया। परंतु नगर में अवैध पंप खुलेआम बुर्खे पहने हुए खड़े हैं। आखिर इन सभी अवैध पंप के खिलाफ प्रशासन कानूनी कब करेगा।