एक और बच्चे में मिले फाइलेरिया का लक्षण
शामली : फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत डाक्टरों की टीम ने शनिवार को भी सभी ब्लाकों के
शामली : फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत डाक्टरों की टीम ने शनिवार को भी सभी ब्लाकों के दो-दो स्कूलों के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान शामली ब्लाक के गांव भाजू के स्कूल में एक बच्चा फाइलेरिया रोग के लक्षण मिले। वहीं, लखनऊ से पहुंचे संयुक्त निदेशक ने भी टीम के साथ जनपद का भ्रमण करते हुए परीक्षण करते हुए बच्चों को बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
शनिवार को जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनय कुमार ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत परीक्षण कार्य जारी रहा। शनिवार को टीम शामली ब्लाक के गांव भाजू स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में पहुंचकर जांच की गई। जहां पर एक बच्चें में फाइलेरिया के लक्षण मिले। बच्चों की अब संख्या छह हो गई है। इसके साथ ही कैराना, ऊन, थानाभवन, अरबन शामली, कांधला ब्लाक के 96 बच्चों का परीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान 15 नवंबर से 20 नवंबर तक चलना है। लखनऊ से आई टीम ने भी क्षेत्र के स्कूलों के बच्चों का परीक्षण करते हुए उन्हें जागरूक करने के लिए बीमारी की विस्तार से जानकारी दी। जिसमें संयुक्त निदेशक मलेरिया डाक्टर विकास ¨सघल ने बच्चों को बताया कि फाइलेरिया रोग के लक्षण बुखार होना, कंपकंपी, सिर में दर्द होना, हाथ, पैर में सूजन, पुरुषों के अंडकोश का बड़ा होना, महिलाओं में स्तन का बड़ा होना आदि है। इसका जीवन काल 4 से 6 वर्ष तक का होता है। मच्छर के शरीर में यह 7 से 21 दिन तक जीवित रह सकता है। उन्होंने सभी बच्चों को जागरूक करते हुए बताया कि सभी अपने घरों के आसपास कूड़ा न एकत्र होने दे। गडढ़ों में रुका हुआ पानी न एकत्र होने दे। सुबह व शाम को शरीर को ढक कर रखें। फाइलेरिया की दवाई खाली पेट न ले। गर्भवती महिला व दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को फाइलेरिया की दवाई ना दे। इस दौरान प्रशिक्षक अमित कुमार शुक्ला, जिला मलेरिया अधिकारी डाक्टर विनय कुमार, एसीएमओ डाक्टर अनिल कुमार, अर¨वद कुमार, हेल्थ सुपरवाइजर शफी उल्ला खां, कृष्ण कुमार आदि रहे।