Move to Jagran APP

..और यूं नीरज बन गए लावारिस शवों के 'वारिस'

लोकेश पंडित, शामली : सड़क किनारे सफेद कपड़े में लिपटे शव को किसी 'अपने' का इंतजार ह

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:27 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:27 PM (IST)
..और यूं नीरज बन गए लावारिस शवों के 'वारिस'
..और यूं नीरज बन गए लावारिस शवों के 'वारिस'

लोकेश पंडित, शामली : सड़क किनारे सफेद कपड़े में लिपटे शव को किसी 'अपने' का इंतजार होता ही है। दरअसल, मरने वाला किसी को बेटा रहा होता है या किसी की मांग का संदूर। वह कौन है, कहां से आया है, यह पता मरने वाले के साथ ही चला गया। आसपास लोगों का झुंड तो खड़ा भी हो, लेकिन सभी की फिक्र बस एक होती है कि उसका क्रिया-कर्म कैसे होगा? ऐसे गुमनाम शवों की दुर्गति जग-जाहिर है। तंगदिल लोग किनारा कर लेते हैं और जिम्मेदारी आ जाती है पुलिस पर.. । ऐसे में लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की खानापूर्ति अक्सर टायरों व कबाड़ों के बीच होती देखी गई है। इस तमाम झंझावात के परे जनपद में एक शख्स ऐसा भी है, जिसे गुमनामों में भी Þअपने' नजर आते हैं। नीरज रोड जिले में लावारिस शवों के मसीहा बने हुए हैं। लावारिस शव के क्रिया-कर्म की सूचना मिलते ही नीरज खुद पुलिस के पास पहुंच जाते हैं और फिर ऐसे शवों को पूर्ण धार्मिक रीति-रिवाज से अंतिम विदाई देते हैं..वह भी उसके धर्म के मुताबिक।

loksabha election banner

नीरज मूल रूप से किसान हैं और थानाभवन के गांव गौसगढ़ अहाता के रहने वाले हैं। खेत की मिट्टी में जोर-आजमाइश करने वाले नीरज बताते हैं कि एक दिन वे टीवी चैनल पर समाचार देख रहे थे। इसी दौरान एक समाचार आया, इसमें पुलिसकर्मी लावारिस शवों का कूड़े व टायर से क्रिया-कर्म कर रहे थे। मानव की मृत्यु के बाद दुर्गति ने उनका मन व्यथित कर दिया। उन्होंने ऐसे शवों के सम्मानजनक उसके धर्म के अनुसार क्रिया-कर्म का बीड़ा उठाया। उन्होंने एक सामाजिक संस्था का गठन किया। इसके बाद उन्होंने जिले के डीएम-एसपी को कार्यालय जाकर एक पत्र सौंपा, जिसमें नीरज रोड ने लावारिस शवों के बिना किसी सहायता के क्रिया-कर्म की इच्छा जतायी। डीएम-एसपी ने उनके कार्य की सराहना की। एसपी ने जिले के सभी थानों को एक पत्र भेजा, जिसमें नीरज रोड व संस्था का नंबर चस्पा करने का आदेश दिया, ताकि लावारिस शव मिलने पर क्रिया-कर्म की सूचना नीरज व उसकी संस्था को दी जा सके। एसपी के आदेश पर जिलेभर में अब नीरज के पास लावारिस शव मिलने पर क्रिया-कर्म की सूचनाएं आती हैं। नीरज अपने साथियों संग जाकर संबंधित थाना पुलिस के साथ अपने खर्च पर दर्जनों लावारिस शवों का उनके धर्म के अनुसार क्रिया-कर्म करा रहे हैं। नीरज कहते हैं, इस काम से उन्हें बेहद सुकून मिलता है। वह ईश्वर से कामना करते है, उन्हें ऐसी शक्ति व कृपा वह सदा बनाए रखे ताकि वह मानव सेवा कर सकें। लाशों की दुर्गति की तो पुलिस कर्मियों की कर दी शिकायत

थानाभवन पुलिस ने एक लावारिस शव के क्रिया-कर्म में लापरवाही बरती। संस्था व नीरज को क्रियाक्रम की सूचना नहीं दी और शव के अधजला छोड़कर चले गए। लोगों ने इसकी शिकायत की तो नीरज ने डीएम-एसपी के साथ ही तहसील दिवस में पुलिसकर्मियों की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। कहा गया कि जब संस्था क्रिया-कर्म की जिम्मेदारी निभा रही है तो ऐसी उदासीनता व लापरवाही क्यों की गई। सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.