साहब..मजदूरों का उत्पीड़न कर रहे जिला खनन अधिकारी
ट्रैक्टर-ट्राली मजदूर यूनियन ने खनन अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि खनन अधिकारी मजदूरों का उत्पीड़न कर रहे हैं। निजी कामों के लिए लोग खेत से मिट्टी उठाने के लिए आवेदन करते हैं तो मोटी रकम की मांग की जाती है। फावड़े से खोदाई करने पर मशीन से खोदाई बताकर अवैध वसूली की जा रही है। पैसे नहीं देने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी जाती है। यूनियन के पदाधिकारियों ने डीएम को पत्र लिखकर खनन अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शामली, जागरण टीम। ट्रैक्टर-ट्राली मजदूर यूनियन ने खनन अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि खनन अधिकारी मजदूरों का उत्पीड़न कर रहे हैं। निजी कामों के लिए लोग खेत से मिट्टी उठाने के लिए आवेदन करते हैं तो मोटी रकम की मांग की जाती है। फावड़े से खोदाई करने पर मशीन से खोदाई बताकर अवैध वसूली की जा रही है। पैसे नहीं देने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी जाती है। यूनियन के पदाधिकारियों ने डीएम को पत्र लिखकर खनन अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
यूनियन के अध्यक्ष नीरज पंवार, उपाध्यक्ष संदीप तालान, उपाध्यक्ष नीरज कालखंडे, उपाध्यक्ष नीरज कुड़ाना, महासचिव मेहरबान टिटौली, कोषाध्यक्ष संजीव कश्यप, सह सचिव प्रकाशन सुरेश उपाध्याय, सह सचिव प्रशासन राजपाल, सदस्य संजय, रविन्द्र, विनोद, देविंद्र, सतीश, विजयपाल, सतीश सिंभालका, प्रदीप राजीव पंकज आदि ने जिलाधिकारी जसजीत कौर को ज्ञापन देकर बताया कि जब से खनन अधिकारी वशिष्ठ यादव जनपद में आए हैं, तब से पीड़ितों का उत्पीड़न बढ़ गया है। लोग खेत से मिट्टी उठाने हेतु आवेदन करते है तो मोटी रकम की मांग की जाती है। खेत से फावडे़ से मिट्टी उठाने पर मशीन से खोदाई बताकर मोटी रकम की उगाही की जाती है अन्यथा वाहन को सीज करने की धमकी दी जाती है। उनका चालक व एक अन्य कर्मचारी खुद को खनन अधिकारी का बाबू बताते हैं। कुछ निजी लोग भी खनन अधिकारी के संरक्षण में उनका उत्पीड़न कर रहे है। जेसीबी मालिकों व बड़े लोगों को खोदाई करने की खुली छूट है, लेकिन मजदूर खेतीहर से पैसे की मांग की जाती है। उन्होंने खनन अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। डीएम ने उन्हें मामले की जांच कराने और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इनका कहना है
सभी आरोप निराधार हैं। निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है। जांच कराई जा सकती है। कुछ लोग अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं।
वशिष्ठ यादव, खनन अधिकारी