शुगर, सांस और हृदय रोगी प्रदूषण और ठंड से रखें बचाव
शामली जेएनएन। मौसम बदल रहा है और अब हल्की ठंड होने लगी है। कोरोना का खतरा तो बना ही हुआ है लेकिन अब वायरल संक्रमण का भी खतरा है। प्रदूषण में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में शुगर सांस रक्तचाप और हृदय रोगियों को ठंड के साथ प्रदूषण से भी बचाव करना चाहिए। लापरवाही दिक्कत बढ़ा सकती है।
शामली, जेएनएन। मौसम बदल रहा है और अब हल्की ठंड होने लगी है। कोरोना का खतरा तो बना ही हुआ है, लेकिन अब वायरल संक्रमण का भी खतरा है। प्रदूषण में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में शुगर, सांस, रक्तचाप और हृदय रोगियों को ठंड के साथ प्रदूषण से भी बचाव करना चाहिए। लापरवाही दिक्कत बढ़ा सकती है।
चेस्ट फिजिशियन डा. पंकज गर्ग ने बताया कि ठंड के कारण सांस की नली सिकुड़ जाती है और प्रदूषण के कण भीतर जाएंगे तो परेशानी बढ़ेगी। वायु प्रदूषण से सबसे अधिक प्रभावित हमारा श्वसन तंत्र होता है। सांस लेने में दिक्कत के साथ ही हृदय पर भी दबाव पड़ता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसे में हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है। शुगर, सांस, रक्तचाप और हृदय रोगियों को बेहद सावधानी रखनी चाहिए। दवा नियमित रूप से लेते रहें। गुनगुना पानी पीते रहें, गर्म पानी में नमक-हल्दी डालकर गरारे करें, हल्दीयुक्त दूध पिएं। साथ ही व्यायाम-योगा नियमित रूप से करें। चिकित्सक डा. विजेंद्र ने बताया कि शुगर के मरीज प्रदूषण और ठंड में बाहर व्यायाम, घूमने न जाएं। लेकिन घर में नियमित रूप से योग-व्यायाम जरूर करें। क्योंकि अगर शारीरिक गतिविधि नहीं होगी तो शुगर का स्तर बढ़ जाएगा। शुगर के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।
बढ़ सकती है दिक्कत
डा. पंकज गर्ग ने बताया कि सर्दियों में कोरोना संक्रमित ऐसे लोगों की दिक्कत बढ़ सकती हैं, जो पहले से सांस या अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं। क्योंकि कोरोना का प्रहार भी हमारे श्वसन तंत्र पर ही होता है। इसलिए पहले से भी अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है।
ब्रोंकोलाइटिस की चपेट में बच्चे
बाल रोग विशेषज्ञ डा. अजय सैनी ने बताया कि बच्चे वायरल संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। साथ ही ब्रोंकोलाइटिस से भी ग्रस्त हो रहे हैं। ब्रोंकोलाइटिस बलगम वाली खांसी होती है और बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होती है। बचाव के लिए बच्चे को गर्म कपड़े पहनाकर रखें। दिक्कत होने पर चिकित्सक को दिखाएं और अपने आप से कोई दवा न दें।