पी-18 से 22: उल्लास और आस्था के साथ मनाया गया करवाचौथ
स्नेह आस्था और समर्पण का पर्व करवाचौथ जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया।
शामली, जेएनएन। स्नेह, आस्था और समर्पण का पर्व करवाचौथ जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया। घरों से लेकर बाजारों तक रौनक रही। करवाचौथ दाम्पत्य का महापर्व है। पति की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने व्रत रखा, पूजन कर कथा का श्रवण किया। रात को चांद का दीदार होने पर महिलाओं ने अर्घ्य देकर व्रत खोला।
करवाचौथ पर्व की तैयारियां कई दिनों से चल रही थी। गुरुवार सुबह से ही पूजन तैयारियां शुरू हो गई थी। उम्र का कोई भी पड़ाव हो, लेकिन भावनाएं हमेशा जवां रहती हैं। इसीलिए व्रत धारण कर महिलाएं खूब सजी-संवरी और करवे (मिट्टी से बना पात्र) में गेहूं भरा और उसके ढक्कन पर मिष्ठान व दक्षिणा रखकर ईष्टदेव भगवान गणेश का पूजन किया। इसके बाद महिलाएं गली-मोहल्लों और मंदिरों में एकत्र हुई और गेहूं के 13 दाने हाथ में लेकर करवाचौथ की कथा का श्रवण किया। करवा समेत गेहूं, मिष्ठान, दक्षिणा आदि यानी बायना (भेंट) सास और बुजुर्ग महिला को दिया और उनसे आशीर्वाद लिया। शाम को पूजन किया गया। इसके बाद महिलाओं ने बेसब्री से चांद का इंतजार किया। रात में साढ़े आठ बजे के बाद चंद्रमा ने दर्शन दिए तो उल्लास और बढ़ गया। महिलाओं ने छलनी से चंद्रमा के दर्शन किए और अर्घ देकर सफल दांपत्य जीवन के लिए आशीर्वाद मांगा। फिर छलनी से ही पति के भी दर्शन किए और बुजुर्ग महिलाओं से आशीर्वाद लिया।
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वीडियो कॉलिग से किया दीदार
जिन महिलाओं के पति उनसे दूर थे, उन्होंने सोशल मीडिया यानी व्हाट्स एप आदि के जरिये वीडियो कॉलिग कर पतियों के दर्शन किए और व्रत खोला। फेसबुक, वाट्स एप पर करवाचौथ की बधाई देने का सिलसिला भी दिनभर चलता रहा। सोशल मीडिया करवाचौथ जोक से भी पटा रहा। वहीं, इस दिन को यादगार बनाने के लिए सेल्फी का दौर भी खूब चला।
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ब्यूटी पार्लरों मेंर ही रही भीड़
सजने-संवरने के लिए ब्यूटी पार्लरों में एडवांस बुकिग की गई थी। दोपहर से ही पार्लरों में भीड़ थी। जो महिलाएं बिना बुकिग कराए पहुंची, उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। इसके बाद वह घर में ही सजी-संवरी। वहीं, काफी महिलाओं ने गुरुवार सुबह भी हाथों में मेहंदी लगवाई।
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उपहारों की हुई खरीददारी
करवाचौथ पर गिफ्ट गैलरियों में भी रौनक रही। यहां पतियों ने जीवनसाथी के लिए गिफ्ट खरीदे। सप्राइज गिफ्ट ने करवाचौथ के उल्लास में चार चांद लग गए। खरीददारी को को लेकर साड़ी, ज्वैलरी की दुकानों में खासी भीड़ रही।
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अंकुर त्यागी