आस्था-देशभक्ति का संगम: कांधे पर कांवड़, हाथ में तिरंगा
शामली: श्यामनगरी (शामली) शिव के रंग में रंग चुकी है। आस्था और देशभक्ति का अनूठा संगम माह
शामली: श्यामनगरी (शामली) शिव के रंग में रंग चुकी है। आस्था और देशभक्ति का अनूठा संगम माहौल को और ऊर्जावान बना रहा है। शिवभक्तों के कांधे पर कांवड़ है और हाथों में तिरंगा। भोले के जयकारों के साथ देशभक्ति नारों की भी गूंज कम नहीं है। कांवड़ियों का कारवां बढ़ता ही जा रहा है और चहुंओर रंग-बिरंगी कांवड़ ले जाते श्रद्धालु दिखाई दे रहे हैं। 29 जुलाई से शुरू हुए पंचक भी शुक्रवार को खत्म हो गए और अब शनिवार से कांवड़ियों की संख्या में काफी वृद्धि होगी।
बम-बम भोले का जयकारे लगाते हुए, डीजे की धुन पर नाचते-गाते और महादेव के भजनों को गुनगुनाते हुए कांवड़िए गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। इनमें बच्चे, बड़े, बुजुर्ग, युवा और महिलाएं सभी शमिल हैं। मीलों पैदल चलने के बावजूद किसी के चेहरे पर थकान का कोई भाव नहीं नजर आ रहा। अब तो झांकी वाली कांवड़ों के आने का क्रम भी शुरू हो चुका है, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हैं। कलाकार शिव तांडव से लेकर भजनों पर प्रस्तुति भी दे रहे हैं। शाम होते ही कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह श्रद्धालु जुटते हैं। आस्था और उल्लास का मिश्रण हर किसी को थिकरने पर विवश कर रहा है। वहीं, शामली नगर और देहात क्षेत्र से भी श्रद्धालु कांवड़ लाने के लिए हरिद्वार की ओर प्रस्थान करने लगे हैं। ट्रेनों और बसों में भारी भीड़ है। हरियाणा से बड़ी संख्या में डाक कांवड़ वाहन के साथ बाइक सवार श्रद्धालुओं के दल भी गुजर रहे हैं। शिविरों में हो रही सेवा
कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह श्रद्धालुओं ने शिविर लगाए हैं। किसी में रहने-खाने की व्यवस्था है तो किसी में स्वास्थ्य सेवा संबंधित इंतजाम। शिविरों में कांवड़ियों के एक लिए एक से बढ़कर एक पकवान बन रहे हैं। तमाम मंदिरों में भी ऐसे ही इंतजाम किए गए हैं। वहीं, काफी श्रद्धालु कंधे से कांवड़ न उतारने का प्रण लेते हैं। ऐसे में स्थानीय लोग उनकी कांवड़ को अपने कंधे पर थाम रहे हैं। दुकानें सजीं
कांवड़ यात्रा से जुड़े सामानों से दुकानें सजी हैं। टी-शर्ट, बैग, गमछा, टोपी के साथ भगवान शिव के ¨प्रट वाले कपड़ों और चश्मों की भी खूब बिक्री हो रही है। कॉटन और ¨सथैटिक कपड़े में टी-शर्ट हैं। ये टीशर्ट 100 रुपये से शुरू होकर 300 रुपये तक की रेंज में उपलब्ध हैं। इनके अलावा तिरंगे की भी खूब बिक्री हो रही है। कांवड़ मार्ग पर अतिक्रमण
पुलिस-प्रशासन के कई बार चेतावनी देने के बावजूद भी कांवड़ मार्ग से अतिक्रमण नहीं हट रहा। मार्ग के किनारे कार और अन्य वाहन पार्क किए जा रहे हैं। इससे बड़ी कांवड़ों के निकलने में परेशानी हो रही है। वहीं, काफी दुकानों का सामान भी बाहर तक रखा है।