Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    टेलीग्राम पर अब्दुला खदीजा व आइएसआइ गिरोह से जुड़ा था झिंझाना का आजाद

    By Akash Sharma Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Wed, 12 Nov 2025 06:19 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के झिंझाना का आजाद टेलीग्राम के माध्यम से अब्दुल्ला खदीजा और आईएसआई गिरोह से जुड़ा हुआ था। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं, ताकि आजाद के इस गिरोह से संबंधों और उसके उद्देश्यों का पता लगाया जा सके। खुफिया एजेंसियां भी इस मामले पर नजर रख रही हैं।

    Hero Image

    शामली के कस्बा झिंझाना के मुहल्ला शेखा मैदान में सलारा में एटीएस द्वारा गुजरात में गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी का मकान व आजाद सुलेमान। सौ. स्वजन 

    जागरण संवाददाता, शामली। एटीएस गुजरात ने तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। तीनों से पूछताछ में कई राज खुल रहे हैं। एटीएस की मानें तो आरोपित टेलीग्राम के माध्यम से पाकिस्तान में बैठे अब्दुल्ला खदीजा के संपर्क में थे। तीनों ही संदिग्ध लोगों ने यूपी में कई प्रमुख स्थानों के फोटो टेलीग्राम से पाकिस्तान भेजे थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रविवार को गुजरात एटीएस ने तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया, जिसमें एक शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र के मुहल्ला शेखू मैदान सलारा निवासी आजाद पुत्र सुलेमान है। 20 वर्षीय आजाद कब से पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ और अबू खदीजा गिरोह से जुड़ा था, अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन डीआइजी एटीएस गुजरात के बयान से यह स्पष्ट हुआ है कि तीनों ही आरोपित टेलीग्राम के माध्यम से पाकिस्तान में अबू खदीजा से जुड़े थे। एटीएस को आजाद, सहूल और डा. सैयद के मोबाइल फोन से कुछ टेलीग्राम चैट और फोटो भी मिले हैं।

    एटीएस सूत्रों के अनुसार तीनों आरोपितों ने यूपी के प्रमुख स्थल, जिनमें राम मंदिर, मथुरा समेत कई स्थानों के फोटो भेजे गए थे। फोटो क्यों भेजे गए, इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी। पुलिस सूत्रों के अनुसार मार्च 2025 में अबू खदीजा की मौत होने के बाद उसका कमांडर अब्दुल्ला खदीजा गिरोह को संचालित कर रहा है। फिलहाल आजाद के पिता सुलेमान के अनुसार उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वहीं, आजाद के पिता ने बताया कि उसके पास बड़ा स्मार्टफोन है। चार साल से वह स्मार्ट फोन चलाता रहा है।