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झमाझम बरसे बदरा, हर गली-कूचे में जल भरा

मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई। शनिवार को मौसम का मिजाज बदला और सुबह से शाम तक रुक-रुककर झमाझम मेघ बरसे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 10:15 PM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 10:15 PM (IST)
झमाझम बरसे बदरा, हर गली-कूचे में जल भरा
झमाझम बरसे बदरा, हर गली-कूचे में जल भरा

शामली, जेएनएन। मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई। शनिवार को मौसम का मिजाज बदला और सुबह से शाम तक रुक-रुककर झमाझम मेघ बरसे। इससे शहर में जगह-जगह जलभराव हुआ और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, बारिश के कारण परीक्षार्थियों को भी काफी दिक्कत रही। उधर, बारिश के साथ तेज हवा भी रही, जिससे मौसम में ठंडक आ गई। अधिकतम तापमान 22.8 और न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

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शनिवार सुबह आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए हुए थे और हल्की धूप भी खिली थी। सुबह करीब दस बजे मौसम ने करवट बदली और आसमान काले बादलों से घिर गया। करीब 11 बजे तेज बारिश शुरू हो गई। राह चलते लोग दुकानों के बाहर छज्जे के नीचे खड़े दिखाई दिए। बारिश और तेज हो गई तो बाइक और कार चलाने में दिक्कत हुई। यही समय सुबह की पाली में परीक्षा खत्म होने का था। ऐसे में परीक्षा देने के बाद परीक्षार्थियों को परेशानी हुई। काफी अभिभावक कार से अपने बच्चों को लेने पहुंचे। अन्य छात्र-छात्राओं को भी ऐसी दिक्कत सामना करना पड़ा, क्योंकि स्कूल की छुट्टी के वक्त तेज बारिश हो रही थी। वहीं, रुक-रुककर बारिश जारी रही। ऐसे में शहर के फव्वारा चौक, अजूध्या चौक, नेहरू मार्केट, कबाड़ी बाजार समेत कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। बारिश कुछ समय के लिए रुकती तो पानी निकल जाता और फिर से तेज बारिश होती तो जलभराव की समस्या परेशान करती। दुकानदार भी परेशान रहे और आने-जाने वाले लोग भी। जलभराव में कई लोगों की बाइक भी बंद हो गई। लोगों का कहना था कि नगर पालिका नालों-नालियों की सफाई ठीक से नहीं कराती है, जिससे जलभराव होता है। वहीं, जगह-जगह कीचड़ ने भी परेशान रखा। शाम करीब चार बजे बारिश रुकी और करीब दो घंटे तक रुकी रही। बादल भी कुछ छटते दिखे, लेकिन शाम छह बजे के करीब फिर से तेज बारिश शुरू हो गई। देर शाम तक रुक-रुककर बारिश जारी थी।

उधर बारिश के चलते बाजारों में सन्नाटा सा पसरा रहा। बहुत ही जरूरी होने पर लोग खरीददारी के लिए बाजार पहुंचे, लेकिन परेशानी उठानी पड़ी। कलक्ट्रेट में भी बहुत फरियादी आए थे। एक तो बारिश और दूसरा कारण ये भी रहा कि अफसर मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर व्यस्त रहे। सीएचसी शामली में औसतन रोजाना 1200 से 1300 मरीज आते हैं, लेकिन शनिवार को बहुत कम मरीज पहुंचे।


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