कठिन परिश्रम व दृढ़ संकल्प से मिलेगी सफलता: कृपाल
जागरण संवाददाता, शामली : प्रधानाचार्य कृपाल ¨सह ने कहा कि जीवन में कठिन परिश्रम, निरंतरता
जागरण संवाददाता, शामली : प्रधानाचार्य कृपाल ¨सह ने कहा कि जीवन में कठिन परिश्रम, निरंतरता और दृढ़ संकल्प जीवन में अनिवार्य होने चाहिए। संस्कारों का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि संस्कार मानव जीवन की जरूरत है। बिना संस्कार के हम अपने जीवन को धर्म व अध्यात्म से नहीं जोड़ सकते। आज समाज को सर्वाधिक आवश्यकता संस्कारों की है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को माता-पिता व शिक्षकों के साथ ही प्रत्येक के प्रति आदर व सत्कार का भाव रखने पर बल दिया।
सोमवार को दैनिक जागरण की पहल पर मेप्लस एकेडमी में कार्यशाला का आयोजन किया गया, इसमें प्रधानाचार्य कृपाल ¨सह ने बच्चों को समझाया कि कठिन परिश्रम के बिना कोई मंजिल प्राप्त नहीं हो सकती है। यदि कोई शॉर्ट कट के जरिए सफलता हासिल कर भी लेता है तो वह स्थाई नहीं होती है। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में ऋषियों ने संस्कारों का निर्माण मनुष्य के समग्र व्यक्तित्व के परिष्कार के लिए किया था। यह विश्वास किया जाता था कि संस्कारों के अनुष्ठान से व्यक्ति में दैवी गुणों का आविर्भाव हो जाता है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को अनुशासित किया जाना, उसकी आध्यात्मिक उन्नति मानव के चरम विकास का पर्याय है। संस्कारों से इसी की पूर्ति होती है। प्रधानाचार्य अनेकों महारूपुरूषों व सफल व्यक्तित्तव से रूबरू कराते हुए उनके जीवन से बेहतर बातें ग्रहण करने पर जोर दिया। कहा कि दुनिया में मेहतन, लग्न, आत्मविश्वास और सदाचारी व्यक्ति सदैव नित नए आयाम छूता जरूर है। इस अवसर पर शिक्षक शिक्षिकाएं एवं बच्चे मौजूद रहे।