जमीन निगल गई हैंडपंप, कैसे बुझेगी प्यास
जिले के मेरठ-करनाल हाईवे पर सालों पहले यात्रियों व राहगीरों की प्यास बुझाने के लिए सरकारी हैंडपंप लगवाए गए थे। इन हैंडपंप का प्रयोग काफी दिनों तक लोगों ने किया लेकिन सड़क के पुन निर्माण के साथ ही नल जमीन के नीचे धंसते चले गए।
शामली, जेएनएन। जिले के मेरठ-करनाल हाईवे पर सालों पहले यात्रियों व राहगीरों की प्यास बुझाने के लिए सरकारी हैंडपंप लगवाए गए थे। इन हैंडपंप का प्रयोग काफी दिनों तक लोगों ने किया, लेकिन सड़क के पुन: निर्माण के साथ ही नल जमीन के नीचे धंसते चले गए। इसके बाद इन हैंडपंपों की पानी खींचने की हत्थी जमीन से सट गई। जिसके कारण पानी निकलना बंद हो गया। दो साल से ज्यादा बीतने के बावजूद प्रशासन इस ओर कोई ध्यान दे रहा है। राहगीरों व नागरिकों ने हैंडपंप को ठीक कराने की मांग की है।
शहर शामली से होकर गुजर रहे मेरठ-करनाल हाईवे पर सरकारी हैंडपंप केवल शो-पीस बनकर रह गए है। शहर के बलभद्र मंदिर से आधा किलोमीटर के एरिया में पेयजल की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन की ओर से कई सरकारी हैंडपंप की व्यवस्था की गई थी। इसके साथ ही शहर के विभिन्न इलाकों में भी विभिन्न मदों से सरकारी नल लगवाए गए। नल लगने के बाद काफी दिनों तक इनका प्रयोग आमजन, राहगीर और यात्री करते रहे, लेकिन सड़क निर्माण व मरम्मत होते रहने के कारण सड़क जहां ऊंची होती गई, वहीं नल निरंतर नीचे होते रहे। सड़क निर्माणदायी संस्था ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और न ही यहां जिला प्रशासन की ओर से किसी अफसर या विभागीय अधिकारी ने इनकी देखरेख नहीं की। भीषण गर्मी के मौसम इस रोड पर अक्सर लोग पानी की तलाश करते नजर आ ही जाते है। ऐसा नहीं है, अफसरों को इस बारे में खबर नहीं है। इस हाईवे से आए दिन अधिकारी, जनप्रतिनिधि गुजरते है, लेकिन इन नलों की बदतर हो चुकी हालत और इस सरकारी संपत्ति को कोई देखने की जहमत नहीं उठाता है। नागरिक दिनेश शर्मा कहते है कि यह हैंडपंप सालों से खराब पड़े है, नलों को लगवाने में लाखों की लागत आई होगी, लेकिन अब यह बिल्कुल कंडम हो चुके है। इन्हें ठीक करवाया जाए तो लोगों को पेयजल के लिए इधर उधर न भटकना पड़ेगा। मोहल्ला ब्रह्मनान निवासी आंनद कुमार कहते है कि वह इस रोड से अक्सर अपने कामकाज के सिलसिले में गुजरते है, गर्मी के मौसम में यहां पानी की किल्लत इसलिए रहती है, क्योंकि इन नलों की हालत बदतर हो चुकी है। अपर जिलाधिकारी अरविद कुमार सिंह का कहना है कि हैंडपंप की खराब स्थिति के बारे में अधिकारियों से दिखवाया जाएगा, हैंडपंपों की मरम्मत कराने के साथ ही इन्हें सुचारू तौर पर चालू कराने के लिए निर्देशित किया जाएगा।