पारिवारिक विवाद में किशोरी ने लगाई आग, हायर सेंटर रेफर
रिश्तेदारों द्वारा चरित्र पर अंगुलियां उठाने से आहत एक किशोरी ने घर पर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस ने उसे बचा लिया।
शामली, जेएनएन। रिश्तेदारों द्वारा चरित्र पर अंगुलियां उठाने से आहत एक किशोरी ने घर पर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस ने उसे बचा लिया। थाना प्रभारी व एक दारोगा किशोरी को बचाने के प्रयास में मामूली झुलस गए। किशोरी को हायर सेंटर रेफर किया गया है। बाबा, चाचा, चाची व बुआ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
रविवार दोपहर में नगर के एक मोहल्ले में रहने वाले परिवार की लगभग 16 वर्षीय बेटी ने अपने मकान के ऊपरी हिस्से में बने कमरे में खुद को बंद कर लिया और आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर किशोरी को बचाया। इस दौरान थाना प्रभारी आदर्श मंडी कर्मवीर सिंह व एक दारोगा मीरपाल तेवतिया झुलस गए। इस मामले में किशोरी के पिता ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि वह तीन भाई हैं। सबसे छोटा भाई अविवाहित है। उनके पिता व तीनों भाई एक ही मकान में रहते है। वह अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ रहता है। उसका भाई राजीव व उसकी पत्नी बिमलेश उसे मकान छोड़कर दूसरी जगह रहने के लिए कहते हैं, जबकि पिता ने तीन कमरे राजीव को दे रखे है। यह दोनों उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी भी हुई। रिश्तेदार भी एकत्र हुए, लेकिन मकान का बंटवारा नहीं हुआ। रविवार को राजीव, उसकी पत्नी बिमलेश, बुआ सरिता व बाबा सुरेंद्र सिंह ने उसकी बेटी के ट्यूशन शिक्षक से उनकी बेटी के चरित्र के बारे में अनर्गल बात कही। पता चलने पर उनकी बेटी ने आरोपितों से पूछा तो उसे सभी आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी। इसी से आहत होकर उनकी बेटी ने ऐसा कदम उठाया। थाना प्रभारी कर्मवीर सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर तत्काल पहुंची। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।