Move to Jagran APP

रिहायशी इलाकों में फलता-फूलता गैस रि-फीलिंग का धंधा

अवैध गैस रि-फीलिंग और घरेलू सिलेंडर का कामर्शियल प्रयोग जिलेभर में धड़ल्ले से किया जा रहा है। रिहायशी इलाकों में भी गैस रिफीलिग का कारोबार सरेआम हो रहा है लेकिन अफसर इस ओर आंखें मूंदे ही बैठे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Aug 2019 10:35 PM (IST)Updated: Wed, 07 Aug 2019 06:18 AM (IST)
रिहायशी इलाकों में फलता-फूलता गैस रि-फीलिंग का धंधा
रिहायशी इलाकों में फलता-फूलता गैस रि-फीलिंग का धंधा

शामली, जेएनएन। अवैध गैस रि-फीलिंग और घरेलू सिलेंडर का कामर्शियल प्रयोग जिलेभर में धड़ल्ले से किया जा रहा है। रिहायशी इलाकों में भी गैस रिफीलिग का कारोबार सरेआम हो रहा है, लेकिन अफसर इस ओर आंखें मूंदे ही बैठे हैं। बीते साल टीम ने छापेमारी की तो कुछ दिन अवैध कारोबारी शांत रहे, लेकिन इसके कुछ माह बाद ही फिर से यह काम शुरू हो गया। इसके चलते रिहायशी क्षेत्रों में खतरा बना हुआ है। गैस रि-फीलिग पर प्रशासन की ओर से ठोस कार्रवाई न होने के कारण अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद हो गए है। इस पेशे से जुड़े माफिया धड़ल्ले से अपना कारोबार कर रहे है,

loksabha election banner

जगह-जगह गैस रि-फीलिग कर गैस की बिक्री की जा रही है। बाजारों तक में गैस किट लगे सिलेंडरों में गैस भरने का काम किया जा रहा है, तो वहीं जिले के देहात क्षेत्रों में भी छोटे सिलेंडर भरे जा रहे है। इसके चलते बाजार व रिहायशी इलाके आग के ढेर पर ही बैठे है। पिछले साल रिफीलिग का कारोबार बढ़ने के बाद प्रशासन ने व्यापक अभियान चलाया था। लेकिन साल 2019 में अभियान शुरू न होने से माफियाओं के हौसले बुलंद हो रहे है। गली मुहल्लों, बाजारों व देहात में भी रि-फीलिग का धंधा खूब फल फूल रहा है। सूत्रों की माने तो शामली शहर, कांधला, कैराना, थानाभवन, झिझाना व बनत क्षेत्र में जमकर रि-फलिग की जा रही है।

जलालाबाद: क्षेत्र में खुली दुकानों पर गैस रि-फीलिग चल रही है। ईधन प्रयोग करने वाली दुकान, ढाबा, होटल पर व्यावसायिक सिलेंडर नहीं इस्तेमाल में लाए जा रहे। खुले में गैस रि-फीलिग होने से दुर्घटना का अंदेशा बना है। हसनपुर लुहारी में बाजार में गैस रि-फीलिग करने की दुकानें खुली है। बडे सिलेंडर से छोटे सिलेंडरों में खुले आम गैस भरी जा रही है। पहले कई बार सिलेंडर में रि-फीलिग करते आग लग चुकी है।

थानाभवन: थानाभवन नगर के हर गली मोहल्ले व चौराहे पर हो रही अवैध गैस रि-फीलिग का धंधा जोरों पर बेखौफ चल रहा है। यह बड़ा कारोबार कई बार हो चुका है। पूर्व मे कई हादसे होने के बाद भी यहां कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है। नगर के मुख्य चौराहे घास मंडी, टंकी चौकी, मोहल्ला छिपीयान, खानखाह मदरसा, पुरानी घास मंडी चौक के अलावा कई कई अन्य स्थानों पर बड़े अवैध गैस कारोबारी गैस रिपेयरिग के नाम पर रिफीलिग का कारोबार कर रहे है। धड़ल्ले से अवैध गैस किट लगी गाड़ियों मे गैस भर रहे है।

कांधला: कस्बे में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर गैस रि-फीलिग का कारोबार चल रहा है। रिहायशी इलाकों में अवैध तरीके से चल रहा यह गैस का कारोबार चल रहा है। इसके चलते इन इलाकों में आग लगने का खतरा बना हुआ है। इसके लिए कई मर्तबा अधिकारियों को लोगों ने शिकायतें की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

कैराना: गैस रिफीलिग का धंधा कैराना नगर व मायापुर रोड, कैराना के मैन बाजार, कायस्थवाड़ा मोहल्ला व पानीपत रोड पर धड़ल्ले से जारी है। यहां कुछ गैस एजेंसी वालों से सिलेंडर ब्लैक में लेते है। इसके बाद अपनी दुकानों पर पहुंचकर रिफीलिग करते हुए भरते है। यहीं नहीं यहां अवैध तरीके से गाड़ियों में कारों, वैन, आदि में भी बिना मानक व नियम कायदों के किट लगाकर गैस सिलेंडर रख देते है। इससे कई बार यहां हादसे भी हो चुके है, लेकिन क्षेत्रीय अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

बनत: कस्बा बनत में रिफीलिग का काला कारोबार जमकर किया जा रहा है। कई स्थानों पर बाजारों में ही गैस भरने का काम किया जाता है। इसके चलते यहां हादसों की संभावना बढ़ी हुई है। ऐसा नहीं है कि यहां अधिकारियों को जानकारी नहीं है। जानकारी होने के बावजूद यहां अधिकारी कोई चेकिग अभियान नहीं चलाया जा रहा है।

ऊन: ऊन ब्लाक क्षेत्र में गैस रि-फीलिग कारोबार किया जा रहा है। रिहायशी इलाकों में गैस रिफीलिग होने से हादसों का डर बना रहता है, लेकिन अवैध गैस का कारोबार कर रहे लोगों को इससे कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। अधिकारियों की सांठगांठ भी इसके पीछे बड़ी वजह बनी है।

ऐसे लगे लगाम

- अवैध गैस रिफीलिग कर रहे कारोबारियों को चिह्नित किया जाए।

- गैस किट लगे वाहनों की जांच करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाए।

- रिफीलिग को रोकने को टीम में अलग-अलग विभागों की संयुक्त टीम बने।

- छापेमारी टीम में मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में कार्रवाई कराई जाए।

- डीएम हर माह स्वयं टीमों की कार्रवाई की समीक्षा करें।

---

इनका कहना है

जिले में अवैध रिफीलिग व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर घरेलू सिलेंडरों का प्रयोग कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट दर्ज भी कराई जाएगी।

- ओमहरि उपाध्याय, डीएसओ

--

अवैध रिफीलिग करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। संबंधित विभाग के अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया गया है, जल्द ही छापेमारी अभियान चलाते हुए नियमानुसार प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

- अरविद कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.