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UP Electricity: फर्जीवाड़े में पांच अफसरों पर गिरी गाज, ई-एक्सइएन समेत तीन निलंबित; लाखों रुपये का हुआ था फर्जीवाड़ा

Shamli News ऊर्जा निगम में बिना एस्टीमेट के कैराना और कंडेला में खींची अवैध लाइन प्रकरण में ऊर्जा निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। लाखों के फर्जीवाड़े पर एमडी मेरठ ने जहां अधिशासी अभियंता चतुर्थ समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया। अधीक्षण अभियंता को मुजफ्फरनगर मुख्य अभियंता कार्यालय से अटैच किया है जबकि अधिशासी अभियंता तृतीय का तबादला बिजनौर कर दिया।

By Anuj Kumar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 14 Mar 2024 11:16 AM (IST)
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फर्जीवाड़े में पांच अफसरों पर गिरी गाज, ई-एक्सइएन समेत तीन निलंबित

जागरण संवाददाता, शामली। ऊर्जा निगम में बिना एस्टीमेट के कैराना और कंडेला में खींची अवैध लाइन प्रकरण में ऊर्जा निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। लाखों के फर्जीवाड़े पर एमडी मेरठ ने जहां अधिशासी अभियंता चतुर्थ समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया। अधीक्षण अभियंता को मुजफ्फरनगर मुख्य अभियंता कार्यालय से अटैच किया है, जबकि अधिशासी अभियंता तृतीय का तबादला बिजनौर कर दिया।

दैनिक जागरण ने कैराना में 21 खंभों की विद्युत लाइन और औद्योगिक क्षेत्र में अवैध तरीके से अंडर ग्राउंड लाइन बिछाने का भंडाफोड़ किया था। प्रकरण में एंटी पावर थेफ्ट थाने में एल एंड टी के ठेकेदार सुनील और लाइनमैन लखपत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर इतिश्री कर ली थी, लेकिन दैनिक जागरण ने मामले को लगातार प्रकाशित किया।

प्रकरण ऊर्जा निगम के चेयरमैन आशीष गोयल तक भी पहुंचा। उन्होंने अफसरों को फटकार लगाते कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मुख्य अभियंता पीके अग्रवाल ने फर्जीवाड़े की जांच की। कैराना में 21 खंभों के साथ ही कंडेला की भूमिगत लाइन भी अवैध मिली। मुख्य अभियंता ने लाइन को उखड़वाकर स्टोर में जमा करा दिया।

ऊर्जा निगम की एमडी ईशा दुहन ने अधिशासी अभियंता, एसडीओ व जेई को निलंबित कर दिया गया, जबकि अधीक्षण अभियंता को भी जिम्मेदार मानते हुए मुजफ्फरनगर अटैच किया गया है। वहीं चार साल से अधिक होने के कारण अधिशासी अभियंता तृतीय का भी स्थानांतरण बिजनौर कर दिया।

ऐसे रहेगी नए अधिकारियों को तैनाती

मुख्य अभियंता कार्यालय से संबद्ध एवं तत्कालीन कैराना एसडीओ ओपी बेदी को निलंबित किया गया है। वहीं स्थानांतरण हो चुके तत्कालीन कैराना जेई सुनील कुमार निलंबित हुए तो वहीं प्रकरण में अधिशासी अभियंता चतुर्थ रविन्द्र प्रकाश निलंबित कर दिए गए है। इनके स्थान पर मुरादाबाद से गुरमीत सिंह को तैनाती दी गई है। एसई रामकुमार मुजफ्फरनगर अटैच किए गए है। इनके स्थान पर अधीक्षण अभियंता का चार्ज सेकेंड ई-एक्सइएन नरेश कुमार को दिया है।

अधिशासी तृतीय उदय प्रताप को बिजनौर जिले में भेजा गया है, यहां इनकी जगह शशांक शेखर नोएडा को भेजा गया है। ई-एक्सइन सेकेंड नरेश कुमार को एसई का चार्ज व कार्यालय में अटैच होने के कारण इनके स्थान पर एमडी आफिस मेरठ से रविन्द्र कुमार को तैनाती दी गई हैं।

इन्होंने कहा...अवैध लाइन खींचने के प्रकरण में ऊर्जा निगम के चेयरमैन के निर्देश पर कार्रवाई की गई है। अधिशासी अभियंता चतुर्थ, तत्कालीन एसडीओ कैराना व अवर अभियंता का निलंबन, जबकि अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता का ट्रांसफार्मर किया गया है।- पीके अग्रवाल, मुख्य अभियंता, मुजफ्फरनगर

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