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किसान संगठन नहीं रोक सके रेल, किया धरना-प्रदर्शन

लखीमपुर खीरी घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर रेल रोको आंदोलन जिले में बेअसर रहा। किसान संगठन कोई ट्रेन नहीं रोक सके। उन्होंने धरना-प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन ही दिया। पुलिस प्रशासन और खुफिया विभाग अलर्ट रहा। शामली के साथ ही सभी रेलवे स्टेशनों पर पुलिस तैनात रही।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 10:39 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 10:39 PM (IST)
किसान संगठन नहीं रोक  सके रेल, किया धरना-प्रदर्शन
किसान संगठन नहीं रोक सके रेल, किया धरना-प्रदर्शन

शामली, जेएनएन। लखीमपुर खीरी घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर रेल रोको आंदोलन जिले में बेअसर रहा। किसान संगठन कोई ट्रेन नहीं रोक सके। उन्होंने धरना-प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन ही दिया। पुलिस प्रशासन और खुफिया विभाग अलर्ट रहा। शामली के साथ ही सभी रेलवे स्टेशनों पर पुलिस तैनात रही।

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किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक के कुड़ाना स्थित आवास पर रविवार को पुलिस पहुंची थी। उन्होंने रेल रोको आंदोलन न करने के लिए कहा था। लेकिन वह सोमवार को सुबह ही घर से निकल गए और इसके बाद करीब दस बजे अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। पुलिस पहले से तैनात थी। आरपीएफ व जीआरपी भी अलर्ट थी। दिल्ली-सहारनपुर पैसेंजर ट्रेन 10.45 बजे स्टेशन पर पहुंची। यूनियन के पदाधिकारी प्लेटफार्म की ओर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने मुख्य गेट पर ही रोके रखा। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी गई। 17 मिनट बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हो गई।

सवित मलिक ने कहा कि जब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं किया जाएगा, तब तक किसान शांतिपूर्वक आंदोलन करते रहेंगे। यूनियन की ओर से एसडीएम शामली संदीप कुमार को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष अमित निर्वाल, जयपाल सिंह, धीरज पाल, संजीव आर्य, रविद्र लिलौन, विजय उपाध्याय, ऋषिपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

भाकियू के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मुजफ्फरनगर बस स्टैंड के पास नगर अध्यक्ष के कार्यालय में एकत्र हुए थे। यहां से नारेबाजी करते हुए करीब 11.30 बजे गुरुद्वारा फाटक पहुंचे और रेलवे स्टेशन की और रेल पटरी पर धरने पर बैठ गए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। दोपहर तीन बजे सहारनपुर-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन आनी थी, लेकिन दोपहर दो बजे ही एसडीएम को ज्ञापन देकर धरना खत्म कर दिया गया। जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने कहा कि सरकार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बचा रही है। हमारी मांग है कि मंत्री को बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाए। साथ ही तीनों कृषि कानूनों को भी सरकार वापस ले।

इस दौरान जिला उपाध्यक्ष गुड्डू बनत, ब्लाक अध्यक्ष दीपक शर्मा, शोकेंद्र पंवार, अनिल मलिक, पप्पू पंवार, सतवीर, ब्रह्मपाल नाला, प्रभात मलिक, अमरीश मलिक, असजद, आमीर, फुरकान, सुरेश सैनी, बिजेंद्र सैनी आदि मौजूद रहे। वहीं, युवा किसान नेता राजन जावला को डांगरौल गांव स्थित आवास पर कांधला पुलिस ने नजरबंद रखा।


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