फैक्ट्री में मानक से अधिक बारूद का स्टॉक होने की आशंका
पटाखा फैक्ट्रियों में अवैध रूप से पटाखे बनाए जाने के आरोप लगते रहे हैं। इसके लिए फैक्ट्री मालिक अवैध रूप से बारूद को एकत्र करते हैं। कांधला में शुक्रवार को फैक्ट्री में हुए विस्फोट के मामले में भी यह आशंका जताई जा रही है।
शामली, जेएनएन। पटाखा फैक्ट्रियों में अवैध रूप से पटाखे बनाए जाने के आरोप लगते रहे हैं। इसके लिए फैक्ट्री मालिक अवैध रूप से बारूद को एकत्र करते हैं। कांधला में शुक्रवार को फैक्ट्री में हुए विस्फोट के मामले में भी यह आशंका जताई जा रही है। लोगों का मानना है कि अवैध तौर पर रखे बारूद व पटाखों ने आग पकड़ ली और इसके बाद हुए जोरदार विस्फोट ने हंसती खेलती पांच जिदगियों को अपने आगोश में ले लिया।
सहारनपुर मंडल के तीनों जिलों में शामली जनपद में सबसे अधिक पटाखा फैक्ट्रियां बताई जाती हैं। यूं तो बाबरी, झिझाना क्षेत्र में भी फैक्ट्रियां है, लेकिन सबसे ज्यादा थानाभवन, गढीपुख्ता, कांधला क्षेत्र में फैक्ट्रियां हैं। इन फैक्ट्रियों में दीपावली पर्व के आसपास बड़े स्तर पर पटाखे बनाए जाते हैं। यहां से आसपास के जिलों के साथ ही दूर तक पटाखों को बिक्री के लिए भेजा जाता है। इसके अलावा शादी समारोह में भी प्रयोग के लिए आतिशबाजी वाले पटाखे बनाए जाते हैं। इन पटाखों को बनाने के लिए प्रशासन द्वारा एक फैक्ट्री को 15 किलो बारूद के पटाखे बनाए जाने का लाइसेंस जारी किया जाता है। लेकिन पूर्व समय में आरोप लगाए जाते रहे हैं कि फैक्ट्रियों में अवैध रुप से पटाखे बनाए जाते हैं और बारूद तथा पटाखों को बनाकर गोदामों व फैक्ट्रियों में एकत्र कर रखा जाता है। कयास लगाया जा रहा है कि कांधला में जिस फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है, वहां पर मानक से ज्यादा बारूद व निर्मित पटाखे रखे हुए थे। फैक्ट्री में वैसे तो आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है फिर भी माना यहीं जा रहा है कि ज्यादा स्टॉक में आग लगने के कारण इतना बड़ा विस्फोट हुआ है, क्योंकि वर्तमान में न तो दीपावली है और न ही कोई ऐसा त्यौहार, जिस पर पटाखों का प्रयोग किया जाना था। यदि दीपावली का बचा हुआ स्टॉक भी वहां पर रखा था तो वहीं भी इतना नही हो सकता, जिसके कारण इतनी बड़ी घटना हो जाती। इसलिए हो न हो, फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में बारूद रखा था। कारण स्पष्ट नहीं, बीड़ी जलाना मान रहे अफसर
पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने का कारण हालांकि चौबीस घंटे बीतने पर भी पता नहीं चल सका। बावजूद इसके दमकल विभाग अधिकारी व पुलिस का मानना है कि संभवत: फैक्ट्री में कार्य कर रहे लोगों में से किसी ने बीड़ी जलाने का प्रयास किया हो और उस समय बारूद ने आग पकड़ ली और इतना बड़ा विस्फोट हो गया। इन्होंने कहा..
अभी विस्फोट का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया है। प्रतीत हो रहा है कि संभवत: किसी ने फैक्ट्री में पटाखे बनाते समय बीड़ी जलाने की कोशिश की या फिर अन्य प्रकार से वहां चिगारी पहुंची और पटाखे बनाते समय फैक्ट्री के कमरे में उड़ने वाले बारूद ने आग पकड़ ली। हो सकता है कि मौके पर ज्यादा स्टाक भी एकत्र कर रखा गया हो। वैसे एक फैक्ट्री में अधिकतम 15 किलो बारूद के पटाखे एकत्र कर रखे जा सकते हैं।
-दीपक शर्मा, सीएफओ, शामली।