चुनाव से पहले पकड़ी तमंचा फैक्ट्री, मुठभेड़ में दो गिरफ्तार
जासं शामली चुनावी माहौल में जनपद की क्राइम ब्रांच टीम व थानाभवन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में
जासं, शामली : चुनावी माहौल में जनपद की क्राइम ब्रांच टीम व थानाभवन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में थानाभवन क्षेत्र में ईख के खेत में चलाई जा रही तमंचा फैक्ट्री को पकड़ा है। मुठभेड़ में एक तमंचा मेकर व एक सप्लायर को दबोच लिया। दो आरोपित फायरिग करते हुए मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में बने व अधबने तमंचे, कारतूस व तमंचे बनाने में प्रयुक्त किए जाने वाले उपकरण बरामद किए हैं।
एसपी अजय कुमार ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि एक सूचना पर क्राइम ब्रांच टीम को सूचना मिली थी कि थानाभवन के गांव भैंसानी के जंगल में एक ईख के खेत में तमंचा फैक्ट्री चलाई जा रही है। क्राइम ब्रांच टीम व थानाभवन पुलिस ने दबिश दी तो दो युवक पुलिस पर फायरिग करते हुए भाग गए। मौके से फुरकान उर्फ बहरा पुत्र इस्लाम निवासी इस्सोपुर खुरगान कैराना व बुर्जुग नसीम पुत्र गुलाम मोहम्मद निवासी परासौली बुढ़ाना मुजफ्फरनगर को 24 बने व 13 अधबने तमंचों, 6 कारतूसों, एक ड्रिल मशीन, बरमा आदि तमंचे बनाने में प्रयुक्त किए जाने वाले उपकरणों सहित दबोच लिया। दोनों ने अपने साथियों के नाम सादीन पुत्र कोकाजन निवासी बरनावी कैराना व तसव्वर पुत्र हमीद निवासी दभेड़ी खुर्द कैराना बताए। एसपी ने बताया कि फुरकान पुराना तमंचामेकर है। वह पहले भी तमंचा फैक्ट्री चलाने के आरोप में जेल गया था। उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज है। थानाभवन थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस टीम को बीस हजार का इनाम दिया गया है। फरार शातिरों के पकड़े जाने पर तमंचों की बड़ी खेप बरामद होने की संभावना है। गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा।
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एक तमंचा ढाई हजार में बेचते थे
एसपी ने बताया कि यह पांच लोगों का गिरोह है। फुरकान, सादीन, तसव्वर व नसीम तो हैं ही, साथ ही नसीम का दामाद असलम निवासी कैराना भी यही काम करता है। वह फिलहाल तमंचा फैक्ट्री पकड़े जाने के मामले में जेल में बंद है। चार सौ रुपये लागत आने वाले तमंचे ढाई से तीन हजार रुपये में बेचते है। बहरे के नाम से बिकते हैं तमंचे-
क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर मुनेंद्र सिंह ने बताया कि यह गिरोह शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत व हरियाणा तक सप्लाई करता था। तमंचे तमंचामेकर बहरे के नाम से तमंचे बिकते थे। बहरे का दावा है कि उसके बने तमंचे धोखा नही देते।
बुजुर्ग पर शक नही-
एसपी ने बताया कि नसीम एक बुजुर्ग है। यह गिरोह अपने तमंचे नसीम से ही सप्लाई कराता था। नसीम के बुजुर्ग होने के कारण उस पर कोई शक नही करता था।