वित्तविहीन शिक्षकों के हंगामें के बीच शुरू हुआ मूल्यांकन
शामली: माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों के भारी हंगामें के बीच रविवार को जिले में मूल्यांकन का
शामली: माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों के भारी हंगामें के बीच रविवार को जिले में मूल्यांकन कार्य शुरू हो गया। मूल्यांकन के लिए यहां पहुंचे परीक्षकों को वित्तविहीन शिक्षकों ने गेट पर ही रोक दिया, जिसके चलते मूल्यांकन केंद्र पर अव्यवस्थाएं खड़ी होती नजर आई। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि जब तक सरकार उनकी सुनवाई नहीं करती, तब तक वें प्रदर्शन जारी रखेंगे।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए शहर के राष्ट्रीय किसान इंटर कॉलेज को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के बैनर तले वित्तविहीन शिक्षक मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर धरनारत हैं। रविवार को प्रदर्शन के दूसरे दिन मूल्यांकन केंद्र पर हंगामा खड़ा होता नजर आया। जब परीक्षक मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचे, तो प्रदर्शन कर रहे वित्तविहीन शिक्षकों ने उन्हें केंद्र में घुसने नहीं दिया। काफी देर तक हंगामा चलने के बाद ही परीक्षक अंदर दाखिल हो पाए। धरने की अध्यक्षता कर रहे सतीश कुमार आत्रेय ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षक सरकार की शिक्षा व्यवस्था में तकरीबन 87 फीसदी भागेदारी निभाते हैं, लेकिन सरकार के पास उन्हें देने के लिए कुछ भी नहीं है। श्रीचंद ने कहा कि सरकार ने वित्तविहीन शिक्षकों का मानदेय समाप्त कर दिया है, जिसके चलते शिक्षकों को भारी परेशानियां हो रही हैं। विजय पाल ¨सह ने कहा कि आज वित्तविहीन शिक्षकों की स्थिति बेहद खराब है, आने वाले लोकसभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना होगा। धरने में नरेश कुमार, भोपाल ¨सह, सुरेंद्र, विनय शर्मा, र¨वद्र सैनी, सौराज ¨सह, रामकुमार, शिवकुमार, मोहित, अश्वनी, सतीश शर्मा, रामनाथ, प्रवीण, सीमा सहरावत, सितारो, रेनू, उपासना, तहजीब, अर्चना, सपना तोमर, कुलदीप ¨सह, ज्ञान ¨सह, संजय कुमार, हरिओम, सोनिया ¨सह, सीमा चौहान आदि मौजूद रहे।
पी-14: पहले दिन जांची गई सात हजार कॉपियां
शामली: राष्ट्रीय किसान इंटर कॉलेज पर बने मूल्यांकन केंद्र पर रविवार को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षकों ने मूल्यांकन कार्य शुरू किया। जिले में 500 परीक्षक 189632 कापियों का मूल्यांकन करेंगे। पहले दिन वित्तविहीन शिक्षकों के हंगामें के चलते मूल्यांकन कार्य धीमी गति से शुरू हुआ। आरके इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य कैप्टन लोकेंद्र ¨सह ने बताया कि रविवार को करीब 20 प्रतिशत परीक्षक अनुपस्थित रहे, इसके चलते इंटर व हाईस्कूल की करीब सात हजार कॉपियों का ही मूल्यांकन हो पाया। उन्होंने बताया कि मूल्यांकर व परीक्षकों की अनुपस्थिति की अपडेट शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नियमित रूप से भेजी जाएंगी।